सूरत :  नेत्रदान से मिली नई रोशनी, विश्व नेत्रदान दिवस पर छह लोगों ने किया नेत्रदान

सूरत :  नेत्रदान से मिली नई रोशनी, विश्व नेत्रदान दिवस पर छह लोगों ने किया नेत्रदान

रोटरी क्लब और लोकदृष्टि आई बैंक का सराहनीय योगदान, डॉ. प्रफुल्ल शिरोया बोले – “नेत्रदान एक अमूल्य उपहार है, जिससे हम दूसरों को जीवनभर की रोशनी दे सकते हैं”

विश्व नेत्रदान दिवस के अवसर पर रोटरी क्लब ऑफ सूरत मेइन और रोटरी क्लब कडोदरा (डिस्ट्रिक्ट 3060) के संयुक्त प्रयास से कुल छह नेत्रदान दर्ज किए गए, जिससे अंधकार में जी रहे कई लोगों को रोशनी मिल सकेगी। यह प्रेरणादायक कार्यक्रम लोकदृष्टि आई बैंक के माध्यम से संपन्न हुआ।  रोटरी क्लब के पदाधिकारी रोटेरियन भावेश गांधी (आरसी कडोदरा) और रोटेरियन भूपेंद्र जरीवाला (आरसी सूरत मेइन) की सक्रिय भूमिका में इन नेत्रदाताओं के परिजनों ने समाज सेवा का यह अद्वितीय कार्य किया।

नेत्रदान करने वाले प्रेरणादायक व्यक्तित्व में महेन्द्रलाल प्राणजीवनदास जरीवाला (उम्र 75) – अड़ाजन, सूरत, (प्रेरक: पुत्र विजय जरीवाला और राजेश शांतिलाल जरीवाला), शांताबेन पोपटभाई चूडासमा (उम्र 82) – मातवाड़ी, सूरत, (प्रेरक: पुत्र दिनेश और महेंद्र चूडासमा), मुक्ताबेन नानजीभाई खतरा (उम्र 73) – ताड़वाडी, सूरत, (प्रेरक: पुत्र प्रताप खतरा, सहयोगी विमलकुमार गेवरिया, प्रफुल्ल लखनी) का समावेश है। तीनों नेत्र दाताओं ने लोक दृष्टि आई बैंक सूरत को अर्पण किया। 

कॉर्निया स्पेशलिस्ट डॉ. पिंकल शिरोया ने इस अवसर पर एक मार्मिक प्रेरक कथा सुनाई जिसमें एक नेत्रहीन किशोर अपनी आंखों का प्रत्यारोपण करवाने के बाद पहली बार ट्रेन यात्रा में प्रकृति को देखकर हर्षित होता है। इस कथा के माध्यम से उन्होंने यह संदेश दिया कि नेत्रदान न सिर्फ किसी की जिंदगी बदलता है, बल्कि उसे एक नई दुनिया दिखाता है।

डॉ. प्रफुल्ल शिरोया, जो रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3060 के ब्लड एवं ऑर्गन डोनेशन के चेयरपर्सन और रेड क्रॉस ब्लड सेंटर के चेयरमैन भी हैं, ने सभी नेत्रदाता परिवारों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, “भारत में नेत्रदान को लेकर धार्मिक या सांस्कृतिक रोक नहीं है, बल्कि यह सिर्फ जानकारी की कमी और भ्रांतियों का परिणाम है। हमें समाज में नेत्रदान के प्रति जागरूकता फैलानी होगी।” इस आयोजन के माध्यम से यह स्पष्ट हुआ कि यदि अधिक से अधिक लोग नेत्रदान को लेकर सकारात्मक निर्णय लें, तो लाखों दृष्टिहीन लोगों की ज़िंदगी में उजाला भरा जा सकता है।

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