राजकोट में आंधी-बारिश का कहर: पेड़ गिरे, बिजली गुल, शादी के मंडप ढहे
अचानक बदले मौसम से सौराष्ट्र के कई जिलों में राहत, किसानों के चेहरे खिले
राजकोट सहित सौराष्ट्र के कई जिलों में शनिवार दोपहर अचानक मौसम का मिज़ाज बदल गया। लगभग 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आई तेज़ हवाओं के साथ करीब 45 मिनट तक जमकर बारिश हुई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। राजकोट शहर में गरज के साथ हुई इस बरसात में 7 पेड़ गिर गए और 11 फीडरों में खराबी आने से कई इलाकों में अंधेरा छा गया।
तेज हवाओं के चलते 80 फीट रोड पर एक शादी का मंडप भी गिर गया, जिससे आयोजकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर के रैया रोड, आजाद चौक, माधापर, मवड़ी और जिला पंचायत चौक जैसे इलाकों में जलभराव हो गया। नगर निगम के अनुसार, मुख्य राजकोट क्षेत्र में 1 इंच और पूर्व-पश्चिम क्षेत्रों में आधा इंच बारिश दर्ज की गई।
सम्राट इंडस्ट्रीज एरिया, गायत्रीनगर मेन रोड, जलाराम चौक, कोठारिया, पंचशील सोसायटी जैसी जगहों पर पेड़ गिरने से यातायात बाधित हुआ। पंचशील में तो एक पेड़ बिजली के तार पर गिर गया, जिससे तार टूट गए और बिजली आपूर्ति ठप हो गई। फायर ब्रिगेड ने तत्काल राहत कार्य करते हुए रास्ते साफ किए। बारिश के बाद विद्युत विभाग की टीमों ने युद्धस्तर पर काम शुरू किया, और बंद हुए 11 में से 6 फीडर तुरंत चालू कर दिए गए।
राजकोट जिले के लोधिका क्षेत्र में भी अचानक बारिश शुरू हो गई, जिससे खेतों और सड़कों पर पानी भर गया। वहीं अमरेली जिले के खांभा, गिर के गांवों, धारी गिर, वीरपुर, देवला, इंगोराला, लाठी, सावरकुंडला व आंबरडी जैसे गांवों में अच्छी बारिश हुई। खांभा और लासा धावड़िया गांवों में नदी-नाले उफान पर आ गए और चेकडैम भरकर ओवरफ्लो हो गए। मानसून की अच्छी बारिश होने से किसानों ने राहत की सांस ली है। उनका कहना है कि इस बारिश से कपास की रोपाई को मजबूती मिलेगी और पहले से सूखी पड़ी जमीन को जरूरी नमी प्राप्त होगी।