सूरत : कांग्रेस का ‘रेल रोको’ आंदोलन टला, उत्राण स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव की मांग पर प्रशासन से मिला आश्वासन
रेलवे अधिकारियों से संतोषजनक चर्चा के बाद कांग्रेस ने स्थगित किया आंदोलन, समय पर मांगें नहीं मानी तो दोबारा आंदोलन की चेतावनी
सूरत। उत्तराण रेलवे स्टेशन के विकास और ट्रेनों के ठहराव की वर्षों पुरानी मांग को लेकर सूरत कांग्रेस द्वारा आज घोषित ‘रेल रोको’ आंदोलन को फिलहाल टाल दिया गया है। वडोदरा मंडल रेलवे प्रबंधन की सक्रियता और सकारात्मक आश्वासन के बाद कांग्रेस ने आंदोलन को स्थगित करने का निर्णय लिया।
पश्चिम रेलवे के पूर्व जेडआरयूसीसी सदस्य एवं कांग्रेस नेता कल्पेश बारोट और सूरत शहर कांग्रेस अध्यक्ष धनसूख राजपूत ने रेलवे के अधिकारियों को बार बार ज्ञापन देने के बाद भी जनहीत में ज्ञापन पर कोई कार्रवाई नही की गई। उसके बाद कल्पेश बारोट ने चेतावनी दी थी कि अगर उत्राण स्टेशन की उपेक्षा और ट्रेनों के ठहराव जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर रेलवे प्रशासन ने ठोस कदम नहीं उठाए, तो वह 8 जून से रेल रोको आंदोलन को अंजाम देंगे। इस घोषणा के बाद रेलवे महकमे में हलचल मच गई और वडोदरा से एरिया ऑपरेशन मैनेजर (एओएम) स्वयं सूरत पहुंचे।
उत्राण स्टेशन पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित हुए, जिसे देखते हुए रेलवे पुलिस ने भी सतर्कता बरती और स्टेशन परिसर में भारी बंदोबस्त किया गया। वहीं, रेलवे के एओएम ने कांग्रेस नेताओं से संवाद कर उनकी प्रमुख मांगों को समझा और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
क्लपेश बारोट के अनुसार, एओएम की ओर से ट्रेनों के ठहराव और स्टेशन विकास को लेकर दी गई प्रतिक्रिया संतोषजनक रही। इसके बाद कांग्रेस ने आंदोलन को फिलहाल स्थगित करने का फैसला लिया। हालांकि कांग्रेस नेताओं ने यह स्पष्ट किया कि अगर रेलवे प्रशासन समय पर वादे पूरे नहीं करता, तो आने वाले दिनों में और बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि रेलवे प्रशासन कांग्रेस की मांगों को कितनी शीघ्रता और गंभीरता से अमल में लाता है। उत्तराण स्टेशन के स्थानीय यात्रियों और क्षेत्रवासियों के लिए यह आंदोलन एक नई उम्मीद बनकर सामने आया है।