सूरत : गांधीनगर में विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम, अपशिष्ट व्यापार योजना पर हुआ अहम एमओयू

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में सूरत में ईटीएस पायलट परियोजना को मिली नई दिशा

सूरत : गांधीनगर में विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम, अपशिष्ट व्यापार योजना पर हुआ अहम एमओयू

सूरत। विश्व पर्यावरण दिवस-2025 के अवसर पर गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में एक भव्य राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।

इस कार्यक्रम के दौरान अपशिष्ट व्यापार योजना (Emission Trading Scheme - ETS) को लेकर एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह एमओयू दक्षिण गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन (एसजीटीपीए) के अध्यक्ष  जितेंद्रभाई वखारिया द्वारा हस्ताक्षरित किया गया।

यह पहल गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जीपीसीबी), जे-पीएएल साउथ एशिया, यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो ट्रस्ट की ईपीआईसी-इंडिया इकाई, और जीपीसीबी सूरत के सहयोग से साकार हो रही है। इसका उद्देश्य अपशिष्ट उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए बाजार आधारित समाधान प्रदान करना है।

यह योजना सूरत के कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) पर आधारित एक पायलट परियोजना के रूप में शुरू की गई है, जहां टेक्सटाइल प्रोसेसिंग यूनिट्स से निकलने वाले प्रदूषक तत्वों को वैज्ञानिक और पारदर्शी ढंग से नियंत्रित किया जाएगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री भुपेन्द्र पटेल ने कहा कि, “पर्यावरण संरक्षण आज की आवश्यकता है, और उद्योगों की सक्रिय भागीदारी के बिना यह लक्ष्य अधूरा है। ईटीएस जैसी योजनाएं पर्यावरणीय उत्तरदायित्व और औद्योगिक प्रगति के बीच संतुलन स्थापित करने में सहायक सिद्ध होंगी।”

यह समझौता दक्षिण गुजरात के उद्योगों को अधिक जिम्मेदार और टिकाऊ भविष्य की दिशा में प्रेरित करेगा, जिससे न केवल प्रदूषण पर अंकुश लगेगा, बल्कि पारदर्शिता और दक्षता भी बढ़ेगी।

 

 

 

 

 

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