राजकोट में 61 लाख की हीरा चोरी का पर्दाफाश

सूरत से गिरफ्तार हुआ शातिर चोर अजय नायका, पहले भी दर्ज हैं 18 मामले, चोरी के सभी हीरे बरामद

राजकोट में 61 लाख की हीरा चोरी का पर्दाफाश

राजकोट के कोठारिया रिंग रोड पर स्थित पीरवाड़ी इलाके की खोडियार डायमंड फैक्ट्री में करीब 50 दिन पहले हुई 61 लाख रुपये के हीरे की चोरी की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस हाई-प्रोफाइल मामले में क्राइम ब्रांच ने आदतन चोर अजय जगदीश नायका (उम्र 34, निवासी उमरपाड़ा, सूरत, मूल निवासी वलसाड) को सूरत से नाटकीय ढंग से गिरफ्तार किया है। चोरी गए सभी हीरे और अपराध में इस्तेमाल किए गए औजारों को पुलिस ने बरामद कर लिया है। इसमें ड्रिल मशीन, मास्क, सीसीटीवी डीवीआर और अन्य उपकरण भी शामिल हैं।

अजय नायका कोई आम चोर नहीं है। शापर, खेड़ा और राजकोट के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ 18 चोरी के मामले दर्ज हैं। साल 2018 और 2024 में उसे PASA (Prevention of Anti-Social Activities) के तहत हिरासत में लिया गया था। अजय राजकोट में घुमंतू जीवन व्यतीत करता था और लगातार लोकेशन बदलता रहता था, जिससे उसकी गिरफ्तारी मुश्किल हो गई थी।

अब तक सामान्य सेंधमारी और नकदी चोरी करने वाला अजय पहली बार हीरों की चोरी में शामिल हुआ। उसने राजकोट की सात हीरा फैक्ट्रियों की रेकी की थी, जिसके बाद उसने खोडियार डायमंड को निशाना बनाने का फैसला किया। 10 अप्रैल की रात, उसने फैक्ट्री में घुसकर चोरी को अंजाम दिया।

हीरे की चोरी के इस जटिल केस की जांच में क्राइम ब्रांच, एसओजी, भक्तिनगर पुलिस, एलसीबी जोन-1 और जोन-2 की टीमों को लगाया गया था। शुरुआती प्रयासों के बावजूद चोरी की गुत्थी नहीं सुलझ पाई थी। अंततः डीसीपी पार्थराज सिंह गोहिल और एसीपी भरत बसिया के नेतृत्व में काम कर रही क्राइम ब्रांच को अजय नायका के बारे में अहम सुराग मिला।

अजय सूरत के उमरपाड़ा इलाके में छिपा हुआ था, जहां क्राइम ब्रांच ने उसे बड़ी चालाकी से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि चोरी किए गए हीरों को उसने राजकोट के गोंडल चौकड़ी के पास सुनसान स्थान पर छिपा दिया था, जहां से सभी हीरे जब्त कर लिए गए हैं। इस सफलता के साथ राजकोट पुलिस ने एक बड़ी और संगठित चोरी का पर्दाफाश किया है। क्राइम ब्रांच की मुस्तैदी और तकनीकी जांच से यह सिद्ध हो गया कि शातिर अपराधियों को पकड़ना मुश्किल जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं।

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