वडोदरा : मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने दिव्यांग तैराक गरिमा व्यास को दी बधाई
विशेष खेल महाकुंभ में दो स्वर्ण पदक जीतकर गरिमा व्यास बनीं प्रेरणा की मिसाल
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने विशेष खेल महाकुंभ के तीसरे संस्करण की तैराकी प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली वडोदरा की दिव्यांग तैराक गरिमा व्यास की उपलब्धि पर उन्हें हार्दिक बधाई दी और उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना पत्र में लिखा कि गरिमा की सफलता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रयुक्त शब्द ‘दिव्यांग’ की सार्थकता को सिद्ध करती है। उन्होंने कहा, “गरिमाबेन ने जो हासिल किया है, वह न केवल दिव्यांगजनों के लिए बल्कि पूर्ण रूप से सक्षम लोगों के लिए भी प्रेरणा देने वाला है।”
गरिमा व्यास का जीवन संघर्षों और संकल्पों की मिसाल है। पावागढ़ की पहाड़ियों में ट्रैकिंग के दौरान हुए एक हादसे के कारण उनके शरीर का निचला हिस्सा सुन्न हो गया था। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और तैराकी जैसे चुनौतीपूर्ण खेल में खुद को स्थापित कर लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरिमा ने जिस साहस और मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है, वह युवाओं के लिए एक प्रेरणा-स्तंभ है। “आपका जीवन उन लोगों के लिए आदर्श है जो कठिनाइयों के सामने हिम्मत हार बैठते हैं। आपने यह साबित किया है कि अगर इच्छाशक्ति मजबूत हो, तो कोई भी बाधा लक्ष्य तक पहुँचने से रोक नहीं सकती।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य सरकार की खेल महाकुंभ पहल का भी उल्लेख किया, जिसकी शुरुआत 2010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी। उन्होंने कहा कि यह पहल युवाओं को खेलों में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित कर रही है और गरिमा जैसी प्रतिभाएं इसी का परिणाम हैं।गरिमा व्यास की यह उपलब्धि न केवल गुजरात बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। उनकी जीत ने यह संदेश दिया है कि असली जीत शरीर से नहीं, मन से होती है।