सूरत में तिरंगा यात्रा का आयोजन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के वीर जवानों को श्रद्धांजलि
योगी चौक से कारगिल चौक तक 'भारत माता की जय' के नारों से गूंजा शहर, शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुलभाई पनशेरिया ने दिखाई हरी झंडी
सूरत : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकवादी हमले के बाद, भारतीय सेना द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के ज़रिए देश और तिरंगे को दिए गए गौरव को श्रद्धांजलि देने के लिए आज सूरत में एक भव्य 'तिरंगा यात्रा' का आयोजन किया गया।
योगी चौक से कारगिल चौक तक निकली इस यात्रा को शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुलभाई पानशेरिया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसके बाद पूरा मार्ग 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के नारों से गूंज उठा।
इस अवसर पर शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुलभाई पानशेरिया ने भारतीय सेना के अदम्य साहस की सराहना की। उन्होंने कहा, "भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन किया है और पहलगाम आतंकवादी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है।" उन्होंने आगे कहा कि भारतीय सेना देश के किसी भी खतरे का सामना करने में सक्षम है, साथ ही आतंकवादियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान के घर में घुसकर उनका सफाया करने की भी क्षमता रखती है।
पानशेरिया ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय सेना ने वीरता और बहादुरी के साथ आतंकवादियों के बर्बर कृत्य का बदला लेकर प्रधानमंत्री के देश से किए गए वादे को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर हमला करके भारतीय सेना ने अपनी अपार शक्ति और पराक्रम से दुनिया को परिचित कराया है।
भारतीय सेना और तिरंगे को दिए गए गौरव को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित इस तिरंगा यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। पुरुषों ने सिंदूर का तिलक लगाया, जबकि महिलाओं ने लाल साड़ी और सिंदूर लगाकर अपने सांथों में तिरंगा धारण किया।
यात्रा में स्कूली बच्चों ने भारत माता और वीर सैनिकों की वेशभूषा पहनकर हिस्सा लिया, जो आकर्षण का केंद्र रहे। यात्रा के पूरे मार्ग पर लोगों ने हाथों में तिरंगे लेकर देशभक्ति गीतों और राष्ट्रीय भावना को व्यक्त करने वाले नारों के साथ उत्साहपूर्वक यात्रा का स्वागत किया।
इस मौके पर महापौर दक्षेशभाई मावाणी, शहर संगठन अध्यक्ष परेशभाई पटेल सहित संगठन के कई पदाधिकारी, नेता, वार्ड सदस्य, कार्यकर्ता और देशभक्त नागरिक उपस्थित थे, जिन्होंने भारतीय सेना के सम्मान में आयोजित इस यात्रा को सफल बनाने में योगदान दिया।