सूरत में बेमौसम बारिश ने छीना किसानों का सहारा, भीगी तैयार धान की फसल

कुडसद गांव में बारिश ने लाखों की फसल को पहुंचाया नुकसान, किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की

सूरत में बेमौसम बारिश ने छीना किसानों का सहारा, भीगी तैयार धान की फसल

सूरत। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुरूप हुई बेमौसम बारिश ने सूरत जिले के किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। मंगलवार देर रात हुई तेज बारिश से ओलपाड तहसील के कुडसद गांव में तैयार धान की फसल पानी में भीग गई, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।

गांव के किसान अपनी पकी हुई धान की फसल को तालाब के पास खुले स्थान पर सूखने के लिए छोड़ चुके थे। कटाई के बाद फसल को बेचने से पहले किसान उसे धूप में सुखा रहे थे, ताकि अच्छे दाम मिल सकें। लेकिन अचानक हुई बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया।

भीगी फसल अब व्यापार के लायक नहीं रही, जिससे किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। गांव के कई किसान अब सरकार से तत्काल सर्वेक्षण कराकर आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि समय पर राहत नहीं मिली, तो कर्ज के बोझ तले दबे किसान और अधिक संकट में आ जाएंगे।

किसानों ने यह भी अपील की है कि किसान संघ और सहकारी समितियां इस विपत्ति की घड़ी में उनकी सहायता करें। वहीं, स्थानीय प्रशासन का कहना है कि वे जल्द ही क्षेत्र का दौरा कर नुकसान का आकलन करेंगे और राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

एक किसान ने दुखी स्वर में कहा, "हमने महीनों मेहनत करके फसल उगाई थी, अब सब मिट्टी में मिल गया। हमें बस सरकार से यही उम्मीद है कि हमारी बात सुनी जाए और समय पर सहायता मिले।"

बेमौसम बारिश ने जहां मौसम तंत्र पर सवाल खड़े किए हैं, वहीं किसानों की कमजोर होती स्थिति को भी उजागर कर दिया है। अब सबकी निगाहें सरकारी फैसले और राहत उपायों पर टिकी हैं।

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