सूरत: अवध ऋतुराज टेक्सटाइल हब में आग के बाद प्रशासन सख्त, विद्युत निरीक्षण अनिवार्य
लगातार दूसरे दिन बंद रहा मार्केट, स्ट्रक्चरल ऑडिट के बाद ही मिलेगी अनुमति
सूरत: पुना पाटिया और गोडादरा महाराणा प्रताप चौक के बीच स्थित अवध ऋतुराज टेक्सटाइल हब में शुक्रवार सुबह लगी भीषण आग के बाद प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। आग की इस घटना में 10 दुकानें जलकर राख हो गईं थीं और स्लैब का एक हिस्सा भी ढह गया था, जिससे इमारत की संरचनात्मक स्थिरता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए थे।
लिंबायत जोन के अधिकारियों ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए बिल्डिंग के प्रबंधन विभाग को नोटिस जारी किया है। नोटिस में इमारत की संरचनात्मक स्थिरता रिपोर्ट तत्काल प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है, जिसके बाद ही इमारत के व्यावसायिक उपयोग की अनुमति दी जाएगी। इस कारण आज लगातार दूसरे दिन भी ऋतुराज टेक्सटाइल हब मार्केट पूरी तरह से बंद रहा, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि पुना पाटिया से गोडादरा की ओर जाने वाली सड़क पर स्थित अवध ऋतुराज टेक्सटाइल हब की पांचवीं मंजिल पर एक दुकान में आग लगी थी। आग ने दुकान में रखे एयर कंडीशनर, साड़ियों, कपड़ों और अन्य बिजली के उपकरणों को पूरी तरह से जला दिया। इस भीषण अग्निकांड के कारण सभी दुकानों में स्लैब से पपड़ियां गिरने लगी थीं, जिसने इमारत की मजबूती को लेकर चिंताएं बढ़ा दी थीं।
घटना की सूचना मिलते ही लिंबायत जोन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। प्रारंभिक जांच में स्लैब से परतें गिरने के कारण इमारत की संरचनात्मक स्थिरता संदिग्ध पाई गई।
इस संबंध में लिंबायत जोन के कार्यकारी अभियंता विपुल गणेशवाला ने बताया कि आग से 10 दुकानों को नुकसान पहुंचा है, जिसके कारण संरचनात्मक स्थिरता का नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि अवध ऋतुराज वस्त्र मार्केट में कुल तीन इमारतें हैं, जिनमें से बीच वाली इमारत की सातवीं मंजिल पर बिना अनुमति के एक अस्थायी ढांचा खड़ा कर दिया गया है।
इस अवैध निर्माण के लिए भी प्रबंधन को नोटिस जारी कर इसे हटाने के लिए कहा जाएगा। यदि प्रबंधन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो नगर निगम स्वयं इस अस्थायी ढांचे को ध्वस्त कर देगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि संरचनात्मक स्थिरता रिपोर्ट प्राप्त होने तक मार्केट का उपयोग किसी भी सूरत में नहीं किया जा सकेगा।
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि दुकानों में बिजली के कनेक्शन पूरी तरह से मजबूत और सुरक्षित होने चाहिए ताकि भविष्य में आग जैसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके। इसके साथ ही मार्केट संचालकों को पूरे मार्केट की बिजली योजना और संरचनात्मक सुरक्षा पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी सख्त निर्देश दिए गए हैं।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद व्यापारियों में दहशत का माहौल है। कई व्यापारियों ने अपनी दुकानों में तत्काल विद्युत निरीक्षण शुरू करवा दिया है। व्यापारियों और प्रशासन दोनों इस बात पर सहमत हैं कि सुरक्षा सर्वोपरि है और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।