सूरत : उधना स्टेशन पर उमड़ी रिकॉर्ड तोड़ भीड़, एक ही दिन में 17 हजार यात्री रवाना
ग्रीष्मावकाश के चलते उत्तर भारत जाने वाले यात्रियों का सैलाब, रेलवे प्रशासन ने संभाली व्यवस्था
सूरत। ग्रीष्मावकाश के चलते रविवार को उधना रेलवे स्टेशन पर अभूतपूर्व भीड़ देखने को मिली। उत्तर भारत की ओर जाने वाले यात्रियों की भारी संख्या के कारण स्टेशन परिसर खचाखच भरा रहा। पश्चिम रेलवे द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे, जिसके परिणामस्वरूप एक ही दिन में रिकॉर्ड 17 हजार यात्रियों को उनके गंतव्य की ओर रवाना किया गया।
गर्मी की छुट्टियों के प्रारंभ होते ही सूरत और उधना रेलवे स्टेशनों पर अपने गृह नगरों की ओर लौटने वाले लोगों की भीड़ बढ़ने लगी थी। रविवार को उधना स्टेशन पर यात्रियों का सैलाब उमड़ पड़ा। टिकट बुकिंग कार्यालय पर अत्यधिक दबाव को देखते हुए तीन अतिरिक्त काउंटर खोले गए। इसके अतिरिक्त, प्रतीक्षा क्षेत्र में आने वाले यात्रियों के लिए पांच और खिड़कियों की व्यवस्था की गई।
मुंबई डिवीजन के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में भीड़ प्रबंधन दल ने उधना स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। यात्रियों को टिकट प्राप्त करने से लेकर प्रतीक्षा क्षेत्र तक पहुंचाने में सहायता के लिए स्टेशन के हर कोने पर पुलिस और रेलवे कर्मचारियों को तैनात किया गया था। सभी टिकट धारक यात्रियों को फुटओवर ब्रिज के माध्यम से पूर्वी क्षेत्र के प्रतीक्षा क्षेत्र में लाया गया।
ग्रीष्मावकाश को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने तीन विशेष ट्रेनों का संचालन किया। इनमें बरौनी के लिए एक और जयनगर के लिए दो ट्रेनें शामिल थीं। इसके अतिरिक्त, उधना-जयनगर अंत्योदय एक्सप्रेस और उधना-छपरा ताप्तीगंगा एक्सप्रेस से भी लगभग साढ़े सात हजार यात्रियों को उनके घरों की ओर भेजा गया। पश्चिम रेलवे द्वारा उधना से और अधिक ट्रेनों की व्यवस्था करने के प्रयास जारी हैं।
उधना-जयनगर अंत्योदय एक्सप्रेस से पहले और बाद में दो अतिरिक्त विशेष ट्रेनें चलाने के बाद, पश्चिम रेलवे ने एक नई उधना-जयनगर अनारक्षित विशेष ट्रेन चलाई, जिससे यात्रियों को बड़ी राहत मिली। इस ट्रेन के रवाना होने के बाद प्रतीक्षा क्षेत्र पूरी तरह से खाली हो गया। इस सफलता से स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ मुंबई मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली।