सूरत : अवैध रूप से रह रहे 150 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी, शीघ्र होगी निर्वासन प्रक्रिया
संयुक्त पूछताछ केंद्र को सौंपे गए सभी विदेशी नागरिक, केंद्रीय एजेंसियों और सेना ने की गहन पूछताछ; गृह विभाग करेगा केंद्र सरकार से समन्वय
सूरत : सूरत पुलिस ने एक गुप्त अभियान के तहत अवैध रूप से भारत में रह रहे 150 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर उन्हें संयुक्त पूछताछ केंद्र (JIC) को सौंप दिया है। इन सभी को शीघ्र ही निर्वासित किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। केंद्रीय और राज्य खुफिया एजेंसियों के साथ-साथ सेना और अर्धसैनिक बलों ने इन सभी से राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र गहन पूछताछ की है।
यह कार्रवाई 26 अप्रैल को उस समय शुरू की गई थी, जब सूरत पुलिस ने अहमदाबाद पुलिस के सहयोग से एक विशेष अभियान चलाकर शहर के ऊना, कथोदरा और फुलवाड़ी क्षेत्रों से कुल 134 बांग्लादेशी पुरुषों और महिलाओं को हिरासत में लिया था। बाद में शहर के अन्य इलाकों से भी और बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया।
प्रारंभ में इन सभी को पुलिस सामुदायिक हॉल में ले जाया गया था, जहां उनके दस्तावेजों का सत्यापन किया गया। इसके बाद उन्हें रांदेर क्षेत्र में एक अस्थायी केंद्र में रखा गया, जहां से उन्हें JIC को सौंपा गया। पूछताछ में राज्य और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अलावा नौसेना, वायुसेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अधिकारियों ने भी भाग लिया।
सूरत पुलिस के डीसीपी स्तर के अधिकारियों को शहर के विभिन्न क्षेत्रों से अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की तलाश की जिम्मेदारी दी गई थी। पूछताछ और दस्तावेज़ों के परीक्षण के बाद इन सभी की पहचान बांग्लादेशी नागरिकों के रूप में हुई, जिसके बाद उनके निर्वासन की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई।
सूत्रों के अनुसार, वर्तमान वैश्विक और क्षेत्रीय तनाव, विशेष रूप से युद्ध जैसी स्थिति के कारण इन नागरिकों को वापस भेजने में कुछ देरी हो सकती है। फिलहाल, गृह विभाग केंद्र सरकार के साथ समन्वय में आगे की कार्रवाई कर रहा है।