सूरत : "जब तक पहलगाम का बदला नहीं लिया जाता, कोई सम्मान नहीं स्वीकारूंगा" : केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल
ग्लोबल समिट में सम्मान लेने से किया इनकार, कहा - ‘देश पहले, सम्मान बाद में!’
सूरत : कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इसी संदर्भ में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और भाजपा के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सी.आर. पाटिल ने सूरत में आयोजित ग्लोबल समिट सम्मेलन के दौरान एक भावनात्मक और सख्त रुख दिखाया।
अवध यूटोपिया, सूरत में आयोजित इस समिट में जब आयोजकों ने केंद्रीय मंत्री का औपचारिक रूप से सम्मान करना चाहा, तो पाटिल ने सम्मान लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा, "जब तक पहलगाम के दोषियों से बदला नहीं लिया जाता, तब तक मैं किसी मंच पर कोई सम्मान स्वीकार नहीं करूंगा।"
पाटिल ने यह भी जोड़ते हुए कहा कि देश में जब इतना बड़ा आतंकी हमला हुआ है, तब सम्मान नहीं, कार्रवाई की जरूरत है। मैं जब तक देश को जवाबी कार्रवाई करते नहीं देखता, तब तक ऐसे आयोजनों में केवल श्रोताओं के बीच रहूंगा, लेकिन कोई गुलदस्ता या स्मृति चिन्ह नहीं लूंगा।
उनकी इस घोषणा ने सम्मेलन में मौजूद लोगों को गहरी प्रेरणा दी। आयोजकों ने उनके निर्णय का सम्मान करते हुए केवल एक सामूहिक फोटो खिंचवाई, लेकिन औपचारिक सम्मान समारोह स्थगित कर दिया गया।
इस वैश्विक सम्मेलन में देशभर से शेयर बाजार से जुड़े निवेशक व उद्योगपति उपस्थित हुए थे, और सी.आर. पाटिल मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे। इस मौके पर उन्होंने अपने दृढ़ राष्ट्रवादी रुख से यह स्पष्ट कर दिया कि राष्ट्रीय सुरक्षा और शहीदों के सम्मान से बढ़कर कोई सार्वजनिक गौरव स्वीकार्य नहीं है।
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। इस हमले के बाद से सेना ने बेसरान खिन क्षेत्र में व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। केंद्र सरकार की ओर से भी पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की रणनीति तैयार की जा रही है।