सूरत : गुजराती मारवाड़ी समाज का भव्य स्नेहमिलन, 30 मार्च को रचेगा इतिहास
संस्कृति, एकता और परंपरा का अनूठा संगम
राजस्थान युवा संघ द्वारा आयोजित गुजराती मारवाड़ी समाज महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं। यह आयोजन केवल एक स्नेहमिलन नहीं, बल्कि समाज की एकता, संस्कृति और गौरव को दर्शाने वाला ऐतिहासिक अवसर बनने जा रहा है। संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह शेखावत ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि “30 मार्च रचेगा इतिहास - गुजराती मारवाड़ी समाज।”
गत रात डॉ. नरेंद्र पंचासरा भवन में कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई, जिसके बाद मरुधर मैदान में तैयारियों का जायजा लिया गया। आयोजन को सुव्यवस्थित बनाने के लिए विभिन्न समितियों को कार्य सौंपे गए। इस महाकुंभ में शहीद भगत सिंह क्लब, महाराणा क्लब, विप्र फाउंडेशन, राजस्थान नवयुवक मंडल पांडेसरा, पारीक विकास ट्रस्ट, श्री श्याम गौ सेवा मंडल, मधुसूदन मित्र मंडल सहित कई प्रतिष्ठित संस्थाएं सक्रिय रूप से योगदान दे रही हैं।
कार्यक्रम स्थल के मुख्य द्वार को हिंदवा होटल रोड पर स्थापित किया जाएगा, जिसे भव्य राजस्थानी-गुजराती मिश्रित शैली में सजाया जाएगा। मुख्य द्वार के अंदर "हवा महल" की आकृति बनाई गई है, जो राजस्थान की ऐतिहासिक विरासत को प्रदर्शित करेगी। पारंपरिक राजस्थानी व गुजराती लोकशैली की झलक पूरे आयोजन स्थल पर देखने को मिलेगी।
महिलाओं के लिए घूमर नृत्य में भाग लेने वाली महिलाओं का प्रवेश QR कोड व रजिस्ट्रेशन रसीद के माध्यम से होगा। अन्य महिलाओं के लिए अलग से बैठने की विशेष व्यवस्था की गई है। जबकि पुरुषों के लिए आमंत्रित अतिथियों, समाज अग्रणियों व विशिष्ट व्यक्तियों के लिएगेट नंबर 2 से प्रवेश होगा। सभी पुरुषों के लिए अलग से बैठने की कुर्सी व्यवस्था होगी। इसके अलावा राजनेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों व भामाशाहों के लिए गेट नंबर 1 से प्रवेश निर्धारित किया गया है।
आयोजन की शुरुआत सामूहिक महा आरती से होगी। पारंपरिक राजस्थानी घूमर नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति, राजस्थान और गुजरात के विख्यात कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, सीरवी समाज, आंजणा समाज, घांची समाज और कुमावत समाज की ओर से पारंपरिक गैर नृत्य प्रदर्शन।
महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग भोजन प्रसादी की व्यवस्था। आयोजन स्थल पर विशाल पार्किंग सुविधा, जिससे किसी को असुविधा न हो। घूमर नृत्य के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन ट्रेनिंग निरंतर जारी है, जिससे प्रतिभागियों को अभ्यास का पूरा अवसर मिल सके।
राजस्थान युवा संघ का यह आयोजन गुजराती मारवाड़ी समाज की एकता, संस्कृति और पहचान का प्रतीक बनेगा। यह वर्तमान व आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा और समाज को और अधिक सशक्त व संगठित करने में सहायक सिद्ध होगा।