सूरत : भेस्तान डिपो में ठेकेदार की लापरवाही से बीआरटीएस बस चालकों की हड़ताल
वेतन विवाद के चलते बस सेवा हुई बाधित, परिवहन समिति अध्यक्ष द्वारा आश्वासन देने पर चालकों ने हड़ताल समेटी
सूरत: सूरत नगर निगम की महत्वाकांक्षी बस परिवहन सेवा बीआरटीएस में एक बार फिर गड़बड़ी देखने को मिली है। भेस्तान डिपो में बीआरटीएस कंपनी के ड्राइवरों ने समय पर वेतन न मिलने के विरोध में हड़ताल कर दी है। जिसके कारण शहर के तीन प्रमुख रूटों पर बस सेवा बाधित हो गई है और यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
गुरूवार को भेस्तान डिपो में तैनात जेबीएम ईकोलाईफ मोबिलीटी कंपनी के बस चालकों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। चालकों का आरोप है कि कंपनी द्वारा उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। पिछले महीने भी वेतन भुगतान में देरी हुई थी और इस बार भी 11 तारीख होने के बावजूद वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। नगर निगम द्वारा कंपनी को समय पर भुगतान करने के बाद भी कंपनी अपने कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दे रही है, जो कि गंभीर मामला है।
परिवहन समिति के अध्यक्ष सोमनाथ मराठे ने बताया कि उन्होंने इस मामले में हस्तक्षेप किया है और ठेकेदार कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ड्राइवरों की मांग जायज है और उन्हें समय पर वेतन मिलना चाहिए। ठेकेदार की लापरवाही के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है और नगर निगम की छवि भी धूमिल हो रही है। हमने कंपनी को चेतावनी दी है और यदि भविष्य में ऐसी कोई घटना हुई तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" हड़ताल पर उतरे बस चालकों को समझाने पर दोपहर बाद सभी रूट पर बस दौड़ने लगी।
सिटी लिंक कोऑर्डिनेटर प्रवीण प्रसाद ने बताया कि हड़ताल के कारण ऑरेंज बीआरटीएस कंपनी की 71 बसें बंद रहीं। जिसके चलते रूट नंबर 11, 12 और 15 प्रभावित हुए। उधना-सचिन, ओएनजीसी-सरथाना और अलथान टर्मिनल मार्ग प्रमुख रूप से प्रभावित हुए। परिवहन समिति के अध्यक्ष सोमनाथ मराठे भेस्तान डिपो पर पहुंचकर बस चालकों के साथ बातचीत कर उन्हे समय पर वेतन दिलाने का आश्वासन दिया। दोपहर बाद सभी बस चालक काम पर लौटे और सभी रूट पर बसे दौड़ने लगी।