सूरत : गणपति पंडाल पर पथराव मामले में पकड़ गए बच्चे पुलिस को कर रहे हैं गुमराह
अब तक पकड़े सभी 27 लोगों को रिमांड पर लेकर पुलिस कर रही पूछताछ
सूरत, 11 सितंबर (हि.स.)। नगर के सैयदपुरा में 8 सितंबर की रात को गणपति पंडाल में पथराव करने के आरोप में हिरासत में लिए गए बच्चों ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। हिरासत में लिया गए किशोर पुलिस को गुमराह कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस अब तक छह बच्चों सहित 27 लोगों को पकड़ा है। बच्चों को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया और अन्य लोगों को संबंधित कोर्ट में पेश कर सभी को दो दिनों के रिमांड पर लिया है।
सूरत के सैयदपुरा के वरियावी चा राजा गणपति के पंडाल में पथराव करने वाले बच्चे 12-13 साल के किशोर हैं। इस मामले में सोमवार रात 9 बजे गणपति पंडाल पर पथराव किया गया था। इसके बाद में नगर में स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पथराव करने वाले छह बच्चे ऑटो रिक्शा पर सवार होकर आए थे। सभी बच्चे एक ऑटो रिक्शा से पत्थर लेकर करीब 1 किलोमीटर दूर से आए थे। पुलिस इस बात में जुटी है कि इन बच्चों के पीछे आखिर मास्टरमाइंड कौन है।
शहर क्राइम ब्रांच और एसओजी समेत टेक्निकल सर्विलेंस, सीसीटीवी फुटेज आदि की सहायता से इसकी जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार पकड़े गए छह किशोरों में से एक किशोर इतना शातिर है कि वह बेखौफ होकर पुलिस के सवालों का जवाब दे रहा है और पुलिस को गुमराह कर रहा है। गलत-गलत लोगों के नाम बताकर पुलिस को भी चक्कर में डाल रहा है। पुलिस ने उसके झूठ पकड़े है।
लाल गेट पुलिस के अधिकारियों ने छह किशोरों से पूछताछ की है। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने भी इन किशोरों से पूछताछ की है। इनमें चार बच्चे फूलपाडा और दो बच्चे मुसीबत पुरा के बताए गए हैं। पत्थर फेंकने वाले बच्चे तीन महीने से मदरसा जाते हैं। पुलिस के अनुसार आरोपित किशोर सामान्य परिवार के हैं। एक किशोर की उम्र 13 साल है और वह दादी के आश्रय में रहता है। वह छठी कक्षा में पढ़ता है और उसकी माता 5 साल पहले दूसरे से शादी कर चली गई थीं। तीन वर्ष पहले उसके पिता का भी निधन हो गया था। इसके बाद उसकी दादी उसका पालन पोषण कर रही है। इसके अलावा 12 साल के तीन किशोर है, जो कि कक्षा 6, 7, 8 में पढ़ते हैं। उनमें से दो के पिता सब्जी बेचने और ड्राइविंग करने काम करते हैं। पुलिस रिमांड पर लेकर सभी से पूछताछ कर रही है।