सूरत : तिरंगा उजास यात्रा के साथ चक्षु दान जागरूकता पखवाड़ा सम्पन्न
सूरत जिला सेवा सदन से यात्रा की शुरुआत की गई
सक्षम प्रेरित चक्षुदान जागरूकता पखवाड़ा के समापन के अवसर पर, लोकदृष्टि चक्षुबैंक, लायंस क्लब सूरत ईस्ट, रोटरी क्लब सूरत ईस्ट और रेड क्रॉस ब्लड सेंटर द्वारा रविवार को पखवाड़े के समापन के अवसर पर सूरत से सरीगाम तिरंगा उजास यात्रा आयोजित की गई। सूरत में जिला सेवा सदन से यात्रा की शुरुआत की गई। इस अवसर पर लायन लोकदृष्टि चक्षुबैंक के ट्रस्टी लायन चुनीभाई गजेरा, लायन प्रथम वाइस गवर्नर मोना देसाई, पास्ट डिस्टिक्ट गवर्नर लायन अरविंदभाई पटेल, लायन परेश भाई, लायन क्लब खटोदरा के विनोदभाई चेवली, लायन अग्रवाल श्रुती मैडम, लायन भगीरथभाई, लायन पी.टी.राठोड़, लायन्स क्लब सूरत ईस्ट के प्रेसिडेंट किशोरभाई मांगरोलिया, होमगार्ड्स के भाई-बहन, सभी ज़ोन के ओसी सूरत शहर, मेडिकल स्टाफ डॉ. जगन्नेशभाई, रांदेर अडाजन युवा मंडल के हरेशभाई पीपवाला, वसंतभाई गोलवाला, परेशभाई भाटिया, पंकजभाई मांजरवाला, लायन स्वामी पेडीवाला और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। मोनाबेन देसाई ने चक्षु दान की सराहना की।
यात्रा सूरत से सचिन पुलिस स्टेशन के पास वांझ तीन रास्ता पर होमगार्ड्स सचिन यूनिट द्वारा स्वागत किया गया। साथ ही अल्पाहार की व्यवस्था की गई थी। समाजिक अग्रणी चेतन सिंह चौहान यात्रा में शामिल हुए। रोटरी क्लब सचिन-तलंगपुर के डॉ. गुप्ता, महेशभाई, विजयभाई ने यात्रा का स्वागत किया। होमगार्ड्स ऑफिसर कमांडिंग थॉमस पठारे की अगुवाई में सचिन से यात्रा नवसारी रेड क्रॉस तक गई, जहां रेड क्रॉस नवसारी जिला अध्यक्ष तुसरकांत देसाई, लायन्स प्रेसिडेंट पिंकलबेन गांधी, लायन्स मिंड टाउन के हेमंतभाई मिस्त्री, नवसारी होम गार्ड्स कमांडेंट सतीशभाई बोरसे ने यात्रा में भाग लिया। जीते-जीते रक्तदान, जाते-जाते नेत्रदान, देहदान, अंगदान के मंत्रों के साथ यात्रा नवसारी शहर से गणदेवी की ओर बढ़ी। गणदेवी लायन्स के भाई-बहनों और नगर पालिका के सदस्य उपस्थित थे।
डॉ. प्रफुल्ल शिरोया एवं उनकी टीम की सेवाओं को सराहा
प्रीतीबेन प्रजापति, परेशभाई, निलेशभाई, प्रवीनभाई पटेल, गोपालभाई गोहेल, डॉ. त्रिवेदी, डॉ. मितालीबेन, भावेशभाई पटेल ने यात्रा को आगे बढ़ाया। बीलीमोरा में लायन्स क्लब आंतलिया के लायन्स, रेड क्रॉस चिकली के लायन गवर्नर परेशभाई पटेल, जितेन्दभाई सोलंकी, सनदभाई पटेल, नगीनभाई पटेल, नरेशभाई वशी, तेजसुभाई गांधी, अरुणभाई नायक, लायन-रेड क्रॉस की उर्वशी बेन देसाई और वंदनाबेन ने नेत्रदान की गतिविधियों को सक्रिय करने और लायन्स क्लब ईस्ट-लोक दृष्टि चक्षुबैंक के कार्यों की सराहना की। यात्रा को वलसाड की ओर रवाना किया गया।
वलसाड में लायन्स क्लब वलसाड-तिथल के पोलशभाई, डॉ. योगेशभाई, जेडसी फाल्गनीबेन, तेजसुभाई, पद्मश्री डॉ. यस्दी इतालिया और वीएडजी 2 ने डॉ. प्रफुल्ल शिरोया और उनकी टीम की सेवाओं की सराहना की। यात्रा वापी की ओर बढ़ी। वापी में लायन्स क्लब वापी के प्रमुख प्रविण शाह, पीएमसीसी लायन खेरकरजी, डॉ. शरद तिवारी, सरिता तिवारी, देवेंद्र मिस्त्री, रीता मिस्त्री, कमलेश पटेल और रेड क्रॉस वापी के उदय मरबली, हेमलता मरबली ने यात्रा का स्वागत किया और नेत्रदान की प्रक्रिया पर चर्चा की। लायन प्रमुख प्रविणाबेन ने नेत्रदान की आवश्यकता पर जागरूकता बढ़ाने के लिए अपील की।
तिरंगा उजास यात्रा के समापन पर सरीगाम लक्ष्मी विद्या पीठ में लायन चुनीभाई गजेरा के मार्गदर्शन में, गोहिल साहब, कैंपस डायरेक्टर पटील साहब, स्टाफ मित्रों और विद्यार्थियों की उपस्थिति में सभी का भारतीय संस्कृति के अनुसार कुमकुम तिलक से स्वागत किया गया।
भारत में काली किकी से अंधत्व से पीड़ित 25 लाख में से 50 प्रतिशत छोटे बच्चे और युवा
राष्ट्रिय अंधत्व नियंत्रण और दृष्टि खामी निवारण समिति, सक्षम प्रेरित चक्षु दान जागरूकता पखवाड़ा पूरे भारत में नेत्रदान के प्रयासों के बारे में जागरूकता फैलाती है। गुजरात नेत्रदान के क्षेत्र में अग्रणी है। सूरत में लोकदृष्टि चेरिटेबल ट्रस्ट के तहत चक्षुबैंक ने पिछले 27 वर्षों से विभिन्न तरीकों से जागरूकता फैलाने का प्रयास किया है। डॉ. प्रफुल्लभाई शिरोया (प्रमुख लोकदृष्टि, सक्षम सह-संयोजक गुजरात प्रदेश, चेयरमैन रेडक्रॉस ब्लड सेंटर, होम गार्ड कमांडेंट सूरत शहर) और दिनेशभाई जोघाणी (सक्षम उपाध्यक्ष सूरत महानगर, उप प्रमुख लोकदृष्टि चे. ट्रस्ट, चक्षुबैंक) ने नेत्रदान के बारे में जानकारी दी और इसके प्रचार की अपील की।
इस पखवाड़े के दौरान, चक्षुबैंक के 27 वर्षों की नेत्रदान जागरूकता से अनगिनत लोगों को फिर से दृष्टि प्राप्त हुई है। उन्होंने नेत्रदान की आवश्यकता पर बल देते हुए बताया कि काली किकी के कारण अंधत्व से पीड़ित भारत में 25 लाख लोगों में से 50 प्रतिशत छोटे बच्चे और युवा हैं। उन्हें दृष्टि प्राप्त करने के लिए नेत्रदान की आवश्यकता है। मानव शरीर अनमोल है, और इसका कोई भी अंग अस्पताल में नहीं मिल सकता है।
पद्म यस्दी इतालिया साहब ने डॉ. प्रफुल्ल शिरोया की संस्था के मानवीय कार्यों की सराहना करते हुए नेत्रदान के बारे में जागरूकता बढ़ाने की अपील की। सभी बहनों ने इस कार्य में शामिल होने और नेत्रदान का संकल्प लेने की बात की। समारोह के अंत में, सभी को नेत्रदान के संकल्प पत्र दिए गए। यात्रा के दौरान पोस्टर देखकर और जानकारी प्राप्त करके, रिलायंस ग्रुप के सेल्स ऑफिसर संजयभाई गोथम ने भी नेत्रदान, देहदान, अंगदान के लिए संकल्प लेने की अपील की। समापन समारोह की धन्यवाद ज्ञापन जगदीशभाई बोधरा ने किया। लक्ष्मी विद्या पीठ में सभी ने नाश्ता किया और भारत माता की जय, जीते- जीते रक्तदान, जाते-जाते नेत्रदान, देहदान, अंगदान के नारे के साथ विदाई ली।