सूरत : कारगिल विजय ज्ञान यात्रा, सूरत से द्रास तक 5000 किलोमीटर की यात्रा
सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी कैप्टन मीरा दवे अपने पति के साथ कारगिल शहीदों की याद में निकलीं यात्रा
कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर, सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी कैप्टन मीरा दवे अपने पति सिद्धार्थ दवे के साथ 5000 किलोमीटर की ज्ञान यात्रा पर निकली हैं। यह यात्रा 1999 में कारगिल युद्ध, भारतीय सेना के जवानों के बलिदान और युद्ध की जीत को याद करने के लिए आयोजित की गई है।
यात्रा का उद्देश्य:
- कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देना
- भारत के नागरिकों में देशभक्ति और जागरूकता को बढ़ावा देना
- कारगिल युद्ध के नायकों की बहादुरी की कहानियों को साझा करना
- कारगिल विजय दिवस के महत्व को समझाना
यात्रा का मार्ग:
- सूरत
- जयपुर
- श्री गंगानगर
- भठिंडा
- अमृतसर
- जम्मू
- श्रीनगर
- द्रास (कारगिल)
यात्रा के मुख्य कार्यक्रम:
- जयपुर में सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन
- कारगिल में शहीदों के स्मारक पर श्रद्धांजलि
- कारगिल युद्ध के वयोवृद्धों और शहीदों के परिवारों से मुलाकात
- स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों के लिए प्रेरक भाषण
यात्रा का महत्व:
यह यात्रा न केवल कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देने का एक तरीका है, बल्कि यह युवा पीढ़ी को देशभक्ति और राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व के बारे में भी जागरूक करती है। यह यात्रा भारत की एकता और अखंडता की भावना को भी मजबूत करती है।
निष्कर्ष:
कारगिल विजय ज्ञान यात्रा 2024 एक सराहनीय पहल है जो न केवल कारगिल युद्ध के वीरों को याद करती है, बल्कि देश के नागरिकों में देशभक्ति और राष्ट्रीय भावना को भी जगाती है।