सूरत : शहर में सात स्थानों से निकली भगवान जगन्नाथजी की रथयात्रा
लाखों भक्तों का नाद.. जय जगन्नाथ.. शहर में शांतिपूर्वक रथयात्रा संपन्न हुई
भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा रविवार को आषाढ़ी बीज के दिन सूरत के लाखों भक्तों को दर्शन देने निकले। शहर में 7 अलग-अलग जगहों से भव्य रथ यात्रा की शुरुआत हुई।
15 किलोमीटर लंबी रथ यात्रा का शानदार आयोजन:
सूरत रेलवे स्टेशन से जहांगीरपुरा तक इस्कॉन मंदिर द्वारा आयोजित 15 किलोमीटर लंबी रथ यात्रा दोपहर 3 बजे शुरू हुई। यह शहर की सबसे लंबी रथ यात्रा थी। रिंग रोड कपड़ा मार्केट चौकी पर मुस्लिम समुदाय ने रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया।
अन्य रथ यात्राएं:
- वराछा इस्कॉन मंदिर से भी भगवान गुजरात के सबसे बड़े हाइड्रोलिक रथ पर सवार होकर निकले।
- जहांगीरपुरा इस्कॉन मंदिर की रथयात्रा में 500 से अधिक भजन गायक शामिल हुए।
- अमरोली के लंका विजय हनुमान मंदिर से 46वीं रथ यात्रा निकली।
- पांडेसरा में 5 किलोमीटर लंबी रथ यात्रा में 5 हजार से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए।
- सचिन में 4 किलोमीटर लंबी रथ यात्रा निकली।
लाखों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए:
लाखों श्रद्धालुओं ने सड़कों पर भगवान के दर्शन का लाभ उठाया। श्रद्धालुओं के लिए डेढ़ लाख से ज्यादा बूंदी पैकेट और 25 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं को महाप्रसादी वितरित की गई।
रथ यात्रा का महत्व:
रथ यात्रा भगवान जगन्नाथ की पुरी से निकलने वाली वार्षिक यात्रा का उत्सव है। यह यात्रा भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा की समुद्र तट के पास मंदिर से गुंडिचा मंदिर तक की यात्रा को दर्शाती है।