ईमानदारी की मिसाल : महिला कंडक्टर ने बस में मिले 10 लाख रुपये लौटाये

जूनागढ़ के कुतियाणा रूट की बस में यात्री का छूटा था रुपये भरा थैला

ईमानदारी की मिसाल : महिला कंडक्टर ने बस में मिले 10 लाख रुपये लौटाये

जूनागढ़, 7 जून (हि.स.)। राज्य परिवहन बस की एक महिला कंडक्टर ने ईमानदारी की मिसाल पेश कर यह साबित कर दिया है कि आज के दौर में भी ईमानदारी जिंदा है। जूनागढ़ में महिला बस कंडक्टर को किसी यात्री का थैला पड़ा मिला, जिसमें 10 लाख रुपये थे। महिला ने यह थैला अपने डिपो मैनेजर के हवाले कर ईमानदारी की मिसाल पेश की।

जूनागढ़ से कुतियाणा बस रूट पर एक यात्री द्वारका डिपो संचालित जूनागढ़-पोरबंदर-द्वारका रूट की बस में बैठा था। कुतियाणी पहुंचने पर वह बस से उतर कर कहीं चला गया। यात्री बस में रखे 10 लाख रुपये का थैला लेना भूल गया। इस रूट की बस में ड्यूटी कर रही कंडक्टर दर्शनाबेन कानगड को यह थैला मिला तो उसने देर किए बगैर इसे पोरबंदर डिपो स्टेशन इंचार्ज एच एम रूघाणी को सौंप दिया। स्टेशन इंचार्ज ने जब थैला खोला तो इसमें रुपये भरे थे। डिपो स्टेशन इंचार्ज ने यात्री को सूचना भेजी तो उसने अपने संबंधी को डिपो इंचार्ज के पास भेज दिया।

बाद में यात्री के रिश्तेदार की हाजिरी में डिपो के ट्रैफिक कंट्रोलर और क्लर्क की मौजूदगी में गिनती करा कर नियमानुसार इसे लॉस प्रॉपर्टी के रूप में जमा करा दिया। इसकी जानकारी कमलाबाग पुलिस थाने में दी गई। अब कानूनी प्रक्रिया को पूरा कर रकम उसके मूल मालिक को लौटा दी जाएगी। डिपो मैनेजर पीबी मकवाणा समेत अन्य अधिकारियों ने महिला कंडक्टर की ईमानदारी की जमकर सराहना की।

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