सूरत : डायमंड बुर्स में कस्टम्स समस्या को लेकर जीजेईपीसी ने उठाया समाधान का कदम
सूरत के हीरा उद्योग को आश्वासन दिया कि 8-10 दिनों के भीतर समस्या का समाधान कर लिया जाएगा
जीजेईपीसी (जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल) ने लंबे समय से सूरत डायमंड बुर्स (एसडीबी) कस्टम्स की प्रणाली में चल रही समस्या को दूर करने का बीड़ा उठाया है।
जीजेईपीसी के क्षेत्रीय अध्यक्ष और एसडीबी सीमा शुल्क समिति के सदस्य विजय मांगुकिया के नेतृत्व में सूरत डायमंड बुर्स टीम ने 21 मई को दिल्ली में प्रिंसिपल डीजी कस्टम्स योगेंद्र गर्ग के साथ बैठक की।
बैठक में, मांगुकिया ने गर्ग को सूरत डायमंड बुर्स के महत्व के बारे में बताया और अनुरोध किया कि एसडीबी में सीमा शुल्क प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू किया जाए।
एसडीबी टीम ने पूरी तकनीकी समस्या पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। एसडीबी सीमा शुल्क समिति के संयोजक महेश वाघानी ने हीरा उद्योग की ओर से एक मजबूत प्रस्तुति दी।
श्री गर्ग और उनकी टीम ने पूरी समस्या को समझने के लिए गहन चर्चा की। गर्ग ने सूरत के हीरा उद्योग को आश्वासन दिया कि 8-10 दिनों के भीतर समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।
बैठक में शामिल प्रतिनिधि:
- विजय मांगुकिया, क्षेत्रीय अध्यक्ष - जीजेईपीसी
- महेश वाघानी, संयोजक, सीमा शुल्क - एसडीबी
- रजत वाणी, सहायक निदेशक - जीजेईपीसी
- महेश गढ़वी, सीईओ, एसडीबी
- दिनेश इंद्रोडिया, सलाहकार सीमा शुल्क - एसडीबी
यह बैठक सूरत हीरा उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, और उम्मीद है कि यह लंबे समय से चली आ रही सीमा शुल्क प्रणाली में खराबी को दूर करने में मदद करेगा।