सूरत : कांग्रेस को बड़ा झटका, नीलेश कुंभानी का पर्चा रद्द, जानिए पूरा मामला

सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस के मुख्य प्रत्याशी और डमी प्रत्याशी का भी नामांकन रिजेक्ट हुआ

सूरत : कांग्रेस को बड़ा झटका, नीलेश कुंभानी का पर्चा रद्द, जानिए पूरा मामला

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका गुजरात में लगा है। सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का फॉर्म चुनाव अधिकारी और सूरत जिला कलेक्टर ने रद्द कर दिया है। बीजेपी चुनाव एजेंट ने समर्थकों के हस्ताक्षर पर आपत्ति जताई थी। गायब चार समर्थकों के उपस्थित नहीं होने पर पर्चा रद्द करने का निर्णय लिया गया है। इसलिए कांग्रेस अब गुजरात में 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 

क्या है पूरा मामला?

नीलेश कुंभानी ने सूरत सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा था। शनिवार निर्वाचन विभाग की ओर से नामांकन पत्रों की जांच शुरू की गई। जांच के दौरान बीजेपी के चुनाव एजेंट दिनेश जोधानी ने नीलेश कुंभानी के समर्थकों के हस्ताक्षर पर आपत्ति जताई। उन्होंने चुनाव अधिकारी से शिकायत की कि नीलेश कुंभानी के फॉर्म में उनके डमी उम्मीदवार के समर्थकों के साथ-साथ उनके तीनों समर्थकों के हस्ताक्षर भी झूठे हैं। समर्थक भी चुनाव अधिकारी के समक्ष भी उपस्थित हुए और शपथ पत्र दिया कि उनके हस्ताक्षर झूठे हैं। उसके बाद फिर सारे समर्थक गायब हो गये। इसे लेकर चुनाव अधिकारी ने निलेश कुंभानी को फॉर्म रद्द करने को लेकर कारण बताओ नोटिस भेजा है। इसके बाद नीलेश कुंभानी और उनके वकील जमीर शेख चुनाव अधिकारी के सामने पेश हुए। लिगल एडवाईजर वकिल जमीर शेख ने एक दिन का समय और मांगा था, जिससे चुनाव अधिकारी ने आज रविवार सुनवाई की। इस दौरान चार गायब समर्थक मौजूद नहीं थे, सूरत जिला कलेक्टर और चुनाव अधिकारी ने नीलेश कुंभानी का फॉर्म रद्द कर दिया। उधर, कांग्रेस ने इस फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट जाने की तैयारी कर ली है।

नीलेश कुंभानी के समर्थक : 1.जगदीश सावलिया (बहनोई), 2.ध्रुविन धमेलिया (पार्टनर), 3.रमेश पोलारा (पार्टनर)
डमी कैंडिडेट सुरेश पडसाला के समर्थक : 1. भौतिक कोल्डिया (कुंभाणी का भांजा)

कांग्रेस नेता दर्शन नायक ने भाजपा पर नामांकन रद्द कराने का आरोप लगाया

सूरत जिला कांग्रेस के किसान एवं सहकारिता नेता तथा गुजरात प्रदेश कांग्रसे महासचिव दर्शन नायक ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले 400 पार की बात कर रही थी। पुरे गुजरात में बेरोजगारी, महंगाई, किसान विरोधी निती के कारण भाजपा विरोधी वातावरण परिवर्तन के रुप में बना रहा था। 

चुनाव अधिकारी ने हमारी दलिलों को अनसूना किया वकिल जमीर शेख 

निलेश कुंभानी के वकिल जमीर शेख ने कहा कि वर्ष 2022 में सूरत लोकसभा चुनाव क्षेत्र अंतर्गत आने वाली सूरत पूर्व विधानसभा में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी कंचन जरीवाला का नामांकन भी इस प्रकार समर्थकों के हस्ताक्षर को लेकर रद्द करने का प्रयास किया गया था। तभी चुनाव अधिकारी के समक्ष जनप्रतिनिधि धारा के तहत दलिल करने पर चुनाव अधिकारी ने नामांकन को मान्य रखा था। उसी का हवाला देते हुए चुनाव अधिकारी को कुंभानी का नामांकन मान्य रखने की दलिल दी गई। चुनाव अधिकारी से हमने सूनवाई के दौरान कहा कि नामांकन में समर्थकों ने हस्ताक्षर किए है। अगर हस्ताक्षर गलत होने की आशंका है तो उसकी हेन्डराईटींग एक्सपर्ट से जांच करानी चाहिए। नामांकन पत्र की जांच के दौरान प्रत्याशी के पक्ष में निर्णय लेना उचित होता है उसके बदले प्रत्याशि का नामांकन रिजेक्ट करना न्यायसंगत नही है। सूरत जिला कलेक्टर और जिला चुनाव अधिकारी ने हमारी दलिलों के बावजुद प्रत्याशी का नामांकन रिजेक्ट कर दिया। 

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