सूरत : कामरेज के नवी पारडी में 150 करोड़ की लागत से अमूल आइसक्रीम प्लांट का विस्तार 

आइसक्रीम कोन विनिर्माण संयंत्र के निर्माण से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं: सांसद सी. आर. पाटिल

सूरत : कामरेज के नवी पारडी में 150 करोड़ की लागत से अमूल आइसक्रीम प्लांट का विस्तार 

सूरत-तापी जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड-सुमुल डेयरी की पहल के तहत कामरेज तहसिल के नवी पारडी में 150 करोड़ रुपये की लागत से अमूल के आइसक्रीम प्लांट विस्तार और आइसक्रीम वफ़ल कोन बनाने के प्लांट का उद्घाटन सांसद  सी आर पाटिल द्वारा किया गया।

‌जिसमें वित्त मंत्री कनुभाई देसाई, विधान सभा अध्यक्ष और बनासडेरी के सभापति शंकरभाई चौधरी, सहकारिता राज्य मंत्री जगदीशभाई विश्वकर्मा, वन और पर्यावरण राज्य मंत्री  मुकेशभाई पटेल, जनजातीय विकास राज्य मंत्री कुँवरजीभाई हलपति, शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल्लभाई पानशेरिया और सांसद सांसद प्रभुभाई वसावा विशेष रूप से उपस्थित थे। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के तहत सुमुल डेयरी को अपने आइसक्रीम प्लांट के विस्तार के लिए 2.51 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन दिया है।

राज्य के सभी दुग्ध संघों के बीच सूरत जिले के नवी पारडी में पहले इन-हाउस आइसक्रीम प्लांट के उद्घाटन के अवसर पर सांसद सी.आर. पाटिल ने कहा, देश के विकास के लिए ग्रामीण क्षेत्रों का विकास जरूरी है, ग्रामीण विकास के लिए पशुपालन उद्योग और दुग्ध उत्पादन बहुत महत्वपूर्ण है।

डेयरी उद्योग के विकास में सुमुल डेयरी का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है। इस क्षेत्र में सुमुल डेयरी सूरत जिले के पशुपालकों को सही कीमत दिलाकर उन्हें आर्थिक सशक्तिकरण प्रदान करने का काम कर रही है। सुमुल प्रतिदिन 27 लाख लीटर दूध एकत्र करता है, जिसमें से 80 प्रतिशत आदिवासी क्षेत्रों से आता है।

आइसक्रीम कोन विनिर्माण संयंत्र ने स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं। सुमुल डेयरी के पारदर्शी प्रशासन ने राज्य के दुग्ध उत्पादन एवं सहकारिता क्षेत्र में एक प्रमुख पहचान बनाई है, इतना ही नहीं सुमुल डेयरी राज्य के विकास के साथ-साथ पशुपालकों के आर्थिक उत्थान में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

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