बोटाद का ये युवक मुफ्त में दे रहा हैं मरीजों को ऑक्सीजन

बोटाद का ये युवक मुफ्त में दे रहा हैं मरीजों को ऑक्सीजन

एक मित्र के ऑक्सीजन प्लांट से रोजाना 150 से 200 लोगों को मुफ्त ऑक्सीजन दे रहे हैं विपुल

गुजरात में कोरोना पॉजिटिव केस लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर गुजरात के लोगों के लिए घातक साबित हो रही है। न सिर्फ संक्रमित मामले बल्कि सकारात्मक मामलों के साथ मृत्यु दर भी बढ़ रही है। राज्य के अस्पतालों में बिस्तरों की कमी देखी जा रही है। साथ ही रोगियों को भी मुश्किल से ऑक्सीजन मिल रहा है। ऐसे में लोग कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई घरेलू उपचार कर रहे हैं। ऐसे में कुछ लोग जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए किसी भी हद तक जा रहे हैं। इन्ही लोगों में एक नाम बोटाद तालुका के एक ऐसे युवक का भी हैं जिसने कोरोना रोगियों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की है। वर्तमान में ये युवक कोरोना रोगियों के लिए मुफ्त ऑक्सीजन की बोतलों की व्यवस्था कर रहा है और ग्रामीण भी युवक के काम की सराहना कर रहे हैं।
(Photo Credit : news18.com)जानकारी के अनुसार बोटाद तालुका के लठीदार गांव का मूल निवासी इस युवक का नाम विपुल पटेल है और यह एक निजी कंपनी चलाता है। विपुल ने कोरोना महामारी के बीच ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीजों के लिए एक सराहनीय काम किया है। विपुल पटेल का दोस्त ऑक्सीजन प्लांट चलाता है और प्लांट के अंदर रोजाना 700 से 800 बोतल ऑक्सीजन का उत्पादन करता है। विपुल पटेल का दोस्त औद्योगिक क्षेत्र में ऑक्सीजन की बोतलों की आपूर्ति करता था, लेकिन कोरोना महामारी के बीच विपुल पटेल ने अपने दोस्त से एक दिन में लगभग 500 बोतलें देने की बात की।
(Photo Credit : news18.com)इसके बाद विपुल ने उसे बोटाद के समधियाला के पास तिरुपति जिन में ऑक्सीजन सिलिंडर लाकर रख दिया। 24 घंटे में किसी भी समय जरूरतमंद व्यक्ति वहां जाकर ऑक्सीजन ले सकता है। विपुल पटेल धर्म की परवाह किए बिना निःस्वार्थ रूप से बहुत से लोगों की मदद कर रहे हैं। विपुल पटेल के इस काम को देखकर अन्य लोग भी इस काम में उनका साथ दे रहे हैं और कई लोगों को विपुल पटेल के सराहनीय कार्य के कारण जीवनदान भी मिला है। बोटाद में विपुल पटेल कोरोना के मरीजों के लिए फरिश्ता बनकर सामने आए हैं और लोग भी विपुल पटेल के काम की सराहना कर रहे हैं। विपुल पटेल वर्तमान में हर दिन 150 से 200 लोगों को मुफ्त ऑक्सीजन प्रदान कर रहे हैं।