सूरत : जर्जर पानी की टंकी को सावधानी पूर्वक तोड़ा गया

सूरत  :  जर्जर पानी की टंकी को सावधानी पूर्वक तोड़ा गया

बार-बार पेशकश के बाद पालिका ने ऑपरेशन को अंजाम दिया

सूरत के डुमस क्षेत्र में ग्राम पंचायत काल में बने तालाबों की हालत काफी जर्जर है। लंबे समय से निगम में पानी की टंकियां लग जाने के मद्देनज़र निगम के जोनल अधिकारियों की टीम ने गुरुवार को जेसीबी मशीन के साथ डुमस क्षेत्र में एक के बाद एक पानी की टंकियों को गिराना शुरू कर दिया।  सुबह से अब तक कुल पांच जर्जर पानी की टंकियों को  गिराया जा चुका है।
डुमस क्षेत्र के भीमराड, गवियार, भीमपुर, डुमस क्षेत्रों में गुरुवार सुबह से निगम के अधिकारियों द्वारा जर्जरित पानी की टंकियों को उतारने का काम शुरू कर दिया गया है। स्थानीय लोगों द्वारा क्षेत्र में कुल आठ पानी की टंकियां थीं जो गंभीर स्थिति में थीं। डुमस क्षेत्र में बरसात के मौसम और लगातार आ रहे तूफानों के कारण लोगों में यह भय व्याप्त था कि ये पानी की टंकियां कभी भी गिर सकती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए यह ऑपरेशन शुरू किया गया।
चौर्यासी विधानसभा क्षेत्र की विधायक झंखना पटेल ने कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा इलाके के अंदर जर्जरित पानी की टंकियों गिराने के बारे में बार-बेर पेशकश किया जा रहा था। कारणि कि जर्जर होने के कारण पानी की टंकियों का कोई उपयोग नहीं किया जा रहा था। परंतु पानी की टंकी के अचानक गिरने से बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती थी।  निगम के अधिकारियों द्वारा गुरुवार को बिना किसी नुकसान के पांच जर्जर पानी की टंकियों को जमींदोज कर दिया गया। आने वाले दिनों में मगदल्ला और अलथान समेत तीन टंकियों  को गिरानी की कार्रवाई जाएगी। 
भीमपुर गांव के स्थानीय निवासी उमेश भाई पटेल ने बताया कि भीमपुर गांव की जर्जरित पानी की टंकी के ठीक बगल में सरकारी प्राथमिक विद्यालय और पीठा वाला स्कूल  स्थित है। यह मुख्य सड़क है और रोजाना करीब 1200 से 1500 बच्चे वहां से गुजरते हैं। मुख्य सड़क होने के कारण यहां वाहनों व राहगीरों की काफी भीड़ रहती है। पिछले दो-तीन बार जर्जर टंकी के ऊपर से पपड़ी गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं। जिससे हमारे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। इस मामले में सूरत महानगर पालिका से बार-बार पेशकश करने के बाद  पानी की टंकी को तोड़ने का काम शुरू किया गया। निगम ने कोई भी अप्रिय घटना होने से पहले जोखिम को खत्म करने का बहुत अच्छा काम किया है।
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