सूरत : उकाई बांध की सतह 342.57 फीट, 17,000 क्यूसेक पानी छोड़ा

सूरत  : उकाई बांध की सतह 342.57 फीट, 17,000 क्यूसेक पानी छोड़ा

शहर में बारिश से सड़कों पर भरा पानी, खतरनाक सतह से 2.5 फीट दूर उकाई बांध

 
शहर में पिछले 2-3 दिनों से बादल छाए हुए हैं। सुबह से ही भारी बारिश के कारण सूरत के कुछ निचले इलाकों में भी पानी भर गया है। वहीं दूसरी ओर काले रंग के बादलों से बरसने लोगों में भी खुशी की लहर दौड़ गई। सूरत के अलग-अलग हिस्सों में सड़कों पर फिर पानी भर गया।
उकाई बांध के अपस्ट्रीम और कैचमेंट एरिया में बारिश के कारण उकाई बांध की सतह भी बढ़ गई है। उकाई बांध का खतरनाक स्तर 345 फीट है जबकि सायं 6 बजे तक उकाई बांध की सतह 342.57 फीट तक पहुंच गई है। वहीं, बांध में 57299 क्यूसेक पानी की आवक के सामने बांध से 22376  क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।  
मूसलाधार बारिश से सड़कें नदियों में हुई तब्दील
.सूरत  जिला कलेक्टर आयुष ओक ने कहा कि वर्तमान में हम 342 के आसपास उकाई बांध की सतह का रखरखाव कर रहे हैं। उपरी क्षेत्र में वर्षा की कमी के कारण अभी तक अधिक पानी नहीं छो़ाा जा रहा है। उकाई बांध अपनी खतरनाक सतह से करीब तीन फीट की दूरी पर है। बारिश कम होने और जल आवक बढ़ने पर हम अधिकतम 344 फीट पानी के भंडारण पर विचार कर रहे हैं। लेकिन मौसम विभाग के मुताबिक सूरत शहर के आसपास के इलाके में भारी बारिश हुई है। यदि बांध के जलग्रहण क्षेत्र में भी ऐसी ही बारिश शुरू होता है तो बांध से डिस्चार्ज  बढ़ाने की जरूरत पड़ेगी। हम सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए पानी छोड़ने का निर्धारण कर रहे हैं। ताकि अचानक कोई बड़ी मुसीबत न आए।
मौसम विभाग के अुनसार सूरत शहर में 94 मीमी, बारडोली में 59 मीमी,  महुआ में 6 मीमी, पलसाणा में 119 मीमी, कामरेज में 13 मीमी, ओलपाड में 54 मीमी तथा चोर्यासी में 1 मीमी बारिश दर्ज किया गया है। जबकि मांडवी, मांगरोल एवं उमरपाड़ा में बरसात दर्ज नहीं किया गया है। 
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