सूरत : गुजरात के पुलिस इतिहास में पहली घटना पुरा पुलिस थाने का सामुहिक तबादला

गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के होम टाऊन में सलाबतपुरा पुलिस थाने के सभी १०४ कर्मचारीओं का सामुहिक तबादला करने पर पुलिस विभाग में हडकंप मच गया

टेक्सटाइल एसोसिएशन द्वारा प्राप्त कई शिकायतों के तहत चर्चा जो बदली गई है
सूरत के सलाबतपुरा थाने के सभी 104 कर्मचारियों का सामूहिक तबादला कर दिया गया है। टेक्सटाइल एसोसिएशन को कई शिकायतें मिलने के बाद सूरत के पुलिस कमिश्नर एक्शन मोड में आ गए हैं। उल्लेखनीय है कि गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी को भी टेक्सटाइल एसोसिएशन द्वारा कपड़ा बाजार में हो रही धोखाधड़ी के संबंध में एक प्रस्तुति दी थी। गुजरात के पुलिस इतिहास में पहली घटना है जिसमें सूरत के सलाबतपुरा पुलिस थाने का सामुहिक तबादला किया गया। 
सूरत के सलाबतपुरा थाने के सभी 104 कर्मचारियों का सामूहिक तबादला कर दिया गया है। टेक्सटाइल एसोसिएशन को कई शिकायतें मिलने के बाद सूरत के पुलिस कमिश्नर एक्शन मोड में आ गए हैं। उल्लेखनीय है कि गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी को भी टेक्सटाइल एसोसिएशन द्वारा कपड़ा बाजार में हो रही धोखाधड़ी के संबंध में एक प्रस्तुति दी थी। 
शहर के विभिन्न थानों में व्यापारियों से जुड़े धोखाधड़ी के मामले करोड़ों रुपये के केस बनते हैं। इन सभी मामलों में थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई जा सकती है। सूरत के सलाबतपुरा और पुणा पुलिस स्टेशनों में सबसे ज्यादा कपड़ा मार्केटें हैं। इसके अलावा कुछ शिकायतें उधना, पांडेसरा में भी दर्ज हैं।  बाजार में कपड़ा व्यापारियों के साथ ऑनलाइन ठगी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। बाहरी राज्यों के व्यापारी ऑनलाइन कपड़ा मंगवाते हैं। मर्चेंट सोशल मीडिया पर डिजाइन को कुछ अलग दिखाता है और पार्सल कुछ अलग भेजता है। जिससे व्यापारियों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी पुलिस व्यवस्था की छवि सुधारने के लिए राज्य का गृह विभाग अब कठोर कदम उठाने जा रहा है। शहरी क्षेत्रों के कुख्यात पुलिस थानों के पूरे स्टाफ को बदलने की कवायद की गई है, जहां अपराध सहित असामाजिक गतिविधियां बड़े पैमाने पर होती हैं। सूत्रों ने बताया कि शहर के कुछ थाने में अपराध और असामाजिक गतिविधियां बड़े पैमाने पर हैं और यह क्षेत्र शराब से लेकर बदमाशी तक हर चीज के लिए कुख्यात हो गया है। लेकिन इस तरह की गतिविधियों को खत्म करने के लिए सबसे पहले पुलिस व्यवस्था में सुधार का प्रयास किया जाएगा। ऐसे इलाकों में आपराधिक गतिविधियों पर पुलिस की नजर है। वहीं थाने के पूरे स्टाफ पर भी इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। 
किसी थाने के पीआई को बदलने से स्थिति नहीं बदलती क्योंकि उसके नीचे का कर्मचारी ऐसी गतिविधि में मददगार होता है। इसलिए ऐसे पुलिस थानों की सूची तैयार कर पीआई, पीएसआई, राइटर, हेड कांस्टेबल से लेकर ड्राइवर तक सभी स्टाफ को बदला जाएगा। यह ड्राइव पहले सूरत से शुरू होगी, उसके बाद अहमदाबाद और अन्य शहरों से।
शहर के विभिन्न थानों में व्यापारियों से जुड़े धोखाधड़ी के मामले करोड़ों रुपये के केस बनते हैं। इन सभी मामलों में थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई जा सकती है। सूरत के सलाबतपुरा और पुणा पुलिस स्टेशनों में सबसे ज्यादा कपड़ा मार्केटें हैं। इसके अलावा कुछ शिकायतें उधना, पांडेसरा में भी दर्ज हैं।  बाजार में कपड़ा व्यापारियों के साथ ऑनलाइन ठगी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। बाहरी राज्यों के व्यापारी ऑनलाइन कपड़ा मंगवाते हैं। मर्चेंट सोशल मीडिया पर डिजाइन को कुछ अलग दिखाता है और पार्सल कुछ अलग भेजता है। जिससे व्यापारियों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी पुलिस व्यवस्था की छवि सुधारने के लिए राज्य का गृह विभाग अब कठोर कदम उठाने जा रहा है। शहरी क्षेत्रों के कुख्यात पुलिस थानों के पूरे स्टाफ को बदलने की कवायद की गई है, जहां अपराध सहित असामाजिक गतिविधियां बड़े पैमाने पर होती हैं। सूत्रों ने बताया कि शहर के कुछ थाने में अपराध और असामाजिक गतिविधियां बड़े पैमाने पर हैं और यह क्षेत्र शराब से लेकर बदमाशी तक हर चीज के लिए कुख्यात हो गया है। लेकिन इस तरह की गतिविधियों को खत्म करने के लिए सबसे पहले पुलिस व्यवस्था में सुधार का प्रयास किया जाएगा। ऐसे इलाकों में आपराधिक गतिविधियों पर पुलिस की नजर है। वहीं थाने के पूरे स्टाफ पर भी इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। 
किसी थाने के पीआई को बदलने से स्थिति नहीं बदलती क्योंकि उसके नीचे का कर्मचारी ऐसी गतिविधि में मददगार होता है। इसलिए ऐसे पुलिस थानों की सूची तैयार कर पीआई, पीएसआई, राइटर, हेड कांस्टेबल से लेकर ड्राइवर तक सभी स्टाफ को बदला जाएगा। यह ड्राइव पहले सूरत से शुरू होगी, उसके बाद अहमदाबाद और अन्य शहरों से।
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