राजकोट : ऑक्सिजन के प्रेशर में कमी की दिक्कत झेल रहे मरीज, जानें क्या हालात हैं

राजकोट : ऑक्सिजन के प्रेशर में कमी की दिक्कत झेल रहे मरीज, जानें क्या हालात हैं

ओकसीजन के कमी से विगत दिनों एक मरिज के मरने का भी किया गया अस्पताल पर आक्षेप

राजकोट की सिविल अस्पताल में जो मरीज कोरोना की बीमारी से बाहर आए है, उनके लिए एक अलग वोर्ड की रचना की गई है। अस्पताल में गायनेक विभाग में उन मरीजों को रखा गया है, जो कोरोना से स्वस्थ हो चुके है, पर अभी भी उन्हें ऑक्सीज़न की जरूरत है। हालांकि इस वोर्ड में अचानक ऑक्सीज़न का प्रेशर कम हो गया था, जिसके कारण मरीजों की हालत काफी खराब हो गई थी। 
शुक्रवार की रात को अचानक से इस वोर्ड में ऑक्सीज़न का प्रेशर कम हो गया था। जिसके कारण ऑक्सीज़न पर रहे सात मरीजों को ऑक्सीज़न उचित मात्रा में नहीं मिल रहा था। इसके कारण मरीज के परिजनों ने दौड़धूप की थी। सभी मरीज और उनके परिजनों का कहना है की हर दिन यहाँ रात के समय हर रोज ऑक्सीज़न का प्रेशर कम हो जाता है। कुछ दिन पहले इसी तरह एक मरीज की मौत हो गई थी। परिजनों का कहना है की जब उन्होंने डॉक्टर से शिकायत की तो डॉक्टर ने वह हमे नहीं समज पड़ेगा कह कर बात को टाल दिया। 
अस्पताल के डॉक्टर आर. एस. त्रिवेदी ने बताया की टेक्निकल खामी की वजह से प्रेशर में गड़बड़ी हुई होगी। जब ऑक्सीज़न की टेंक भरी जाती है ऐसे में प्रेशर कम हो जाता है। पर ऐसा कुछ ही समय के लिए होता है और उससे इतनी तकलीफ भी नहीं आती। डॉक्टर के कहे अनुसार ऐसा मात्र एक बार हुआ है जबकि मरीज के परिवार वाले कुछ और ही कह रहे है। 
ऑक्सीज़न का काम संभालने वाले एक विशेषज्ञ का कहना है की फिलहाल वेंटिलेटर और ऑक्सीज़न पॉइंट घटने के कारण कई बार प्रेशर में फर्क आता है। कंट्रोलरूम द्वारा प्रेशर को सही तरीके से नहीं सँभाल पाने के कारण कई बार लाइन के लीक होने की घटना बनती है। ऐसे में जैसे ही फ़्लो कम होता है मरीजों को सांस लेने में टकल्फी हो सकती है।