आजादी के अमृत महोत्सव के प्रसंग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीवीसी और सीबीआई के लिए के संयुक्त सम्मेलन को संबोधित किए। अपने इस संबोधन में प्रधानमंत्री ने भ्र्ष्टाचार को लेकर आक्रमक मूड में दिखे थे। प्रधानमंत्री ने कहा की भ्रष्टाचार देश के विकास को अटका देता या स्लो कर कर देता है। भ्रष्टाचार किसी भी देश में सामान्य नागरिकों को उनके अधिकारों से वंचित रहता है। पर एक राष्ट्र होने के नाते हम सबको इसमें आगे आना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, पिछले 6 सालों से भाजपा की सरकार में रिश्वत का प्रतीकार कर रह है। सरकार के इस निरंतर प्रयास से ही देश में भ्रष्टाचार पहले से कम हुआ है। आज देश का हर इंसान किसी भी तरह की रिश्वत दिये बिना किसी भी सरकारी योजना का लाभ ले सकते है। इसके अलावा देश को यह भी विश्वास है की देश को लूटने वाले, गरीबों को परेशान करने वाले किसी भी व्यक्ति को सरकार कभी भी माफ नहीं करेगी। मोदी ने कहा की सरकार हमेशा भ्रष्टाचार से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पाने का समाधान ढूँढने का प्रयास करती रहती है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने इसे देशवासियों के जीवन में सरकारी हस्तक्षेप को कम करने के मिशन के रूप में लिया है। हमने सरकारी प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए। अधिकतम सरकारी नियंत्रण के बजाय न्यूनतम शासन पर ध्यान केंद्रित किया।