यूएस ओपन में गेंदों की ये रोचक बातें जानिये!

यूएस ओपन में गेंदों की ये रोचक बातें जानिये!

साल के अंतिम टेनिस ग्रैंडस्लैम यूएस ओपन में 300 खिलाड़ी करेंगे 70 हजार गेंदों का इस्तेमाल

साल का आखरी यूएस ओपन टेनिस ग्रैंड स्लैम 29 अगस्त से शुरू हो रहा है। इसमें पुरुषों और महिलाओं दोनों का मुकाबला होगा। इसमें दोनों ह केटेगरी में सामान पुरस्कार मिलेंगे, लेकिन दोनों में ही इस्तेमाल होने वाले गेंदें समान वजन की नहीं होंगी। पुरुषों और महिलाओं को अलग-अलग गेंदों से खेलना होता है। इसे लेकर समय-समय पर महिला खिलाड़ियों ने अपना विरोध भी जताया है। पूरे टूर्नामेंट में 300 खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा करेंगे और वे कुल 70 हजार गेंदों का इस्तेमाल करेंगे।

सिर्फ इसी टूर्नामेंट में भेदभाव

आपको बता दें कि साल के चार ग्रैंड स्लैम होते हैं, जिनमें ऑस्ट्रेलियन, फ्रेंच ओपन और विंबलडन में गेंद के वजन में कोई अंतर नहीं होता है लेकिन यूएस ओपन में गेंद के वजन में अंतर होता है। यूएस टेनिस एसोसिएशन के अनुसार गेंद के आकार या बनावट में कोई अंतर नहीं है, केवल दोनों के वजन में अंतर है। हार्ड कोर्ट पर पुरुषों के खेल को नियंत्रित करने के लिए भारी गेंदों का उपयोग किया जाता है और महिलाओं के खेल में गति लाने के लिए हल्की गेंदों का उपयोग किया जाता है।

महिला खिलाड़ियों ने भी कि एक जैसी गेंद की मांग

हालांकि अब तो शीर्ष महिला खिलाड़ी भी ऐसी गेंदों की मांग कर रही हैं जो हार्ड कोर्ट पर पुरुष खिलाड़ियों की तरह भारी हों। वजन में हल्की होने के कारण गेंद हवा में तेजी से स्विंग और गति लेती है जिसे नियंत्रित करना मुश्किल होता है। महिला टेनिस संघ की वरिष्ठ उपाध्यक्ष एमी बाइंडर ने कहा, खिलाड़ियों द्वारा अपनी चिंता व्यक्त करने के मद्देनजर संगठन इस मामले का पता लगाएगा। महिलाओं वाली गेंद हवा में तेज उड़ती है, जिससे उसे नियंत्रित करना आसान नहीं होता। ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी अटल बाटी के कोच, नंबर-1 खिलाड़ी इगा स्विएटेक और पाउला बडोसा ने भी आयोजकों की नीति की आलोचना की।

पुरुष और महिला दोनों को मिलेगी समान पुरस्कार राशि 

टूर्नामेंट के प्रारूप और पुरस्कार राशि में कोई अंतर नहीं है। कुल पुरस्कार राशि 4।80 अरब रुपये (छह मिलियन डॉलर) घोषित की गई है। पुरुष और महिला एकल चैंपियन को 26 लाख डॉलर (20 करोड़ रुपये) मिलेंगे। इस वर्ष ऑस्ट्रेलियन ओपन को खिताब जीतने वालीं एश्ले बार्टी के कोच क्रेग टाइजर ने कहा था। दुनिया में चौथे स्थान पर काबिज बडोसा ने डब्ल्यूटीए के सीईओ और अध्यक्ष स्टीव साइमन से महिला खिलाड़ियों को पुरुषों के मैचों में इस्तेमाल की जाने वाली गेंदों को देने का आग्रह किया। बार्टी के कोच क्रेग टाइगर ने कहा कि गेंद के भेदभाव के कारण बार्टी अपने करियर में कभी भी करियर ग्रैंड स्लैम पूरा नहीं कर पाएंगे। मार्च में टेकरर ग्रैंड स्लैम पूरा करने के बाद बार्टी ने संकेत दिया कि वह गेंद के अंतर के कारण यूएस ओपन कभी नहीं जीत सकते। इसके बाद बार्टी ने टेनिस से संन्यास ले लिया।
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