गुजरात : कराई पुलिस अकादमी में पुलिस स्मृति दिवस पर शहीद पुलिसकर्मियों को किया नमन

गुजरात :  कराई पुलिस अकादमी में पुलिस स्मृति दिवस पर शहीद पुलिसकर्मियों को किया नमन

राष्ट्रहित सर्वप्रथम की कर्तव्य भावना को सच्चे अर्थ में उजागर करते हैं पुलिस व सुरक्षा बलः मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

पुलिस स्मृति दिवस पर दिवंगत पुलिसकर्मियों की कर्तव्यपरायणता की सराहना कर मुख्यमंत्री और गृह राज्य मंत्री ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने स्पष्ट रूप से कहा कि राष्ट्र और राज्य की रक्षा के लिए सदैव मुस्तैद रहने वाले पुलिस व सुरक्षा बल के जवानों ने ‘राष्ट्रहित सर्वप्रथम’ की कर्तव्य भावना को सच्चे अर्थ में उजागर किया है। ड्यूटी के दौरान अपना कर्तव्य निभाते हुए वीरगति को प्राप्त हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के अवसर पर कराई स्थित गुजरात पुलिस अकादमी में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के मूल में पुलिस बल की कर्तव्यपरायणता और जनता के जान-माल की सुरक्षा की प्रतिबद्धता निहित है। अनेक कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी अपनी जान की परवाह और घर-परिवार की चिंता किए बिना देश या राज्य के लिए बलिदान देकर अमर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे वीरगति को प्राप्त पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि या शहीदकर्मियों के परिवारों को सांत्वना देने के लिए कोई शब्द ही नहीं हैं, ऐसा वीरता से भरा उनका कर्तव्य है। 
श्री पटेल ने कहा कि राज्य या देश में असामाजिक तत्वों, जनता को परेशान करने वाले आपराधिक लोग सिर न उठा सकें, निर्दोष लोगों को कोई तकलीफ न हो उसके लिए दिन-रात ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल बाहरी तत्वों के खिलाफ सफलतापूर्वक मुकाबला करने का साहस दिखाता है। इतना ही नहीं, कोरोना जैसी विश्वव्यापी महामारी के दौरान भी पुलिस बल के जवानों ने कोरोना वॉरियर्स के रूप में सेवाएं दी हैं। इस महामारी में जब लोग अपने प्रभावित स्वजनों की भी सेवा करने या मदद के लिए जाने से डरते थे, तब पुलिसकर्मियों ने फ्रंटलाइन वर्कर्स बनकर सेवादायित्व निभाया है। कोरोना वायरस के संक्रमण से संक्रमित होकर अपनी जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को भी मुख्यमंत्री ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन पुलिस परिवारों ने अपने स्वजनों को खोया है, उनके दुख में सहभागी बनकर मुश्किल वक्त में राज्य सरकार उनके साथ खड़ी है। 
गृह राज्य मंत्री  हर्ष संघवी ने 21 अक्टूबर को मनाए जा रहे पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर गुजरात सहित देशभर के शहीद पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देश और समाज की सुरक्षा के लिए पुलिस जवानों की शहादत को मौजूदा और आने वाली पीढ़ी हमेशा याद रखेगी। पुलिस की खाकी वर्दी केवल कपड़े का टुकड़ा ही नहीं बल्कि शक्ति का प्रतीक है। कोरोना काल में लगातार 24 घंटे कर्तव्य अदा कर और अपनी जान जोखिम में डाल लोगों के साथ खड़े रहकर पुलिस ने सच्चे अर्थ में कोरोना वॉरियर्स की भूमिका निभाई है, जो प्रशंसनीय और वंदनीय है। 
उन्होंने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि देश में पुलिस सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ही नहीं बल्कि अनाथ बच्चों और बुजुर्गों का सहारा बनकर भी सेवा करती है। गुजरात पुलिस की नई पहल- ‘शी’ टीम बेटियों की सुरक्षा और मदद के लिए हमेशा तत्पर रहती है। 
श्री संघवी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले गुजरात पुलिस के 149 जवानों में से 121 जवानों के परिवारों को राज्य सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। गृह राज्य मंत्री ने जान गंवाने वाले कोरोना वॉरियर्स के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि शेष जवानों के परिवारों को भी शीघ्र ही सहायता प्रदान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री और गृह राज्य मंत्री ने इस अवसर पर वीरगति को प्राप्त हुए पुलिसकर्मियों के परिवारजनों से रूबरू मिलकर सांत्वना दी और उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने वर्ष के दौरान पूरे देश में ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले 377 पुलिसकर्मियों को प्रतीक के रूप में पुष्पांजलि अर्पित कर कृतज्ञता व्यक्त की। 
समारोह में पुलिस महानिदेशक  आशीष भाटिया, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक और कई अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर दिवंगत पुलिस जवानों की स्मृति में सलामी देकर दो मिनट का मौन रखा गया। पुलिस स्मृति दिवस पर मुख्यमंत्री सहित उपस्थित महानुभावों ने शहीद पुलिस जवानों के परिवारजनों के लिए उदार हाथों से योगदान दिया। 
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