नड़ियाद : शिक्षक की नजर ८वीं कक्षा में पढ़ रही छात्रा पर बिगड़ी, आपराधिक कांड के बाद हुई सजा

स्कूल में छात्रा का किया यौन शोषण, किसी को बताने पर दी जान से मारने की धमकी

राज्य में लगातार अपराध के मामले बढ़ रहे हैं। इसमें भी बलात्कार और छेड़छाड़ जैसे मामले अक्सर होते रहे हैं। हालांकि ऐसे मामलों को रोकने के लिए आरोपियों को अदालत द्वारा सख्त सजा भी दी जाती है लेकिन आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं। हाल ही में गुजरात के नाडियाद की एक अदालत ने नाबालिक लड़की के साथ दुष्कर्म करने के दोषी एक शिक्षक को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। घटना 13 जुलाई, 2020 को बताई जा रही है।

स्कूली छात्रा से किया यौन शोषण

जानकारी के अनुसार, आरोपी शिक्षक मनीष परमार नडियाद में यूरो स्कूल में बच्चों को पढ़ा रहे थे। उसी समय से इस शिक्षक की कक्षा 8 की छात्रा पर बुरी नज़र थी और फिर मौका मिलते ही शिक्षक ने गुरु शिष्य की मर्यादा लांघते हुए जघन्य अपराध कर डाला। मनीष परमार 8वीं कक्षा की छात्रा को स्कूल के शौचालय में ले गया और उससे दुष्कर्म किया। इसके अलावा बहाना करके आरोपी शिक्षक छात्रा को डांस क्लास रूम में ले गया और वहां उसके साथ शारीरिक शोषण किया। उसने घटना के बारे में किसी को बताने पर छात्रा को मारने की धमकी भी दी।

छात्रा ने परिजनों को दी जानकारी

इसके बाद धमकी मिलने के बाद भी छात्रा ने बिना किसी डर के अपने परिवार वालों को पुरे मामले की जानकारी दी और बताया कि उसके शिक्षक मनीष परमार ने उसके साथ छेड़छाड़ की। मामले की जानकारी मिलते ही परिवार के सदस्यों के पैरों से जमीन खिसक गई। इसके बाद लड़की के परिवार के सदस्यों ने आरोपी शिक्षक मनीष परमार के खिलाफ नडियाद के चकलासी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने मनीष परमार को पोक्सो के तहत दुष्कर्म और अपराध के आरोप में गिरफ्तार कर लिया और पूरा मामला नडियाद अदालत पहुंच गया।

लोक अभियोजक प्रेम तिवारी ने अदालत में 31 दस्तावेजी सूची और 5 मौखिक साक्ष्य प्रस्तुत किए और आखिरकार कार्यवाही में अदालत ने आरोपी को दोषी पाया और उसे आजीवन सजा कारावास की सजा सुनाई।