सावधानी : कार में पीछे बैठने पर भी सीट बेल्ट लगाना बहुत जरुरी, अधिकांश दुर्घटना में यात्री की मौत का कारण भी बेल्ट न लगाना

माना जा रहा है कि अगर जाने माने उद्योगपति साइरस मिस्त्री ने पीछे की सीट पर लगाया होता सीट बेल्ट तो नहीं होती मौत

दो दिन पहले यानी 4 सितंबर को मुंबई के पास पालघर में तेज रफ्तार कार के डिवाइडर से टकरा जाने से हुए भीषण दुर्घटना में टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन और जाने माने उद्योगपति साइरस मिस्त्री की मृत्यु हो गई। सबसे ज्यादा हैरानी की बात ये है कि उस समय वह एक मर्सिडीज कार में सवार थे, जो कि एक बेहद सुरक्षित कर है।
अगर हम इस गाड़ी की बात करें जिस गाड़ी में साइरस का एक्सीडेंट हुआ वो दुनिया की सबसे सुरक्षित गाड़ी मानी जाती है. दुर्घटना के समय उसमें चार लोग सवार थे और डॉक्टर अनाहिता पंडोले कार चला रही थीं। जेएम फाइनेंशियल प्राइवेट इक्विटी के प्रबंध निदेशक और सीईओ डेरियस पंडोले आगे की सीट पर सीट बेल्ट पहनकर बैठे थे। पिछली सीट पर साइरस मिस्त्री और डेरियस पंडोले का भाई जहांगीर बिनशाह पंडोले बिना सीट बेल्ट पहने यात्रा कर रहे थे। यही कारण है कि पीछे की सीट पर बैठे दोनों लोगों की मौके पर ही जान चली गई।

क्या हुई गलती


आपको बता दें कि इस मामले में अब तक हुई जाँच में सामने आई जानकारी के अनुसार इस दुर्घटना में पीछे की सीट पर बैठे लोगों का सीट बेल्ट नहीं बांधना ही सबसे बड़ी गलती रही। ऐसा माना जा रहा है कि अगर उन्होंने सीट बेल्ट बांधा होता तो शायद वो घायल होते पर उनकी जान नहीं जाती. साथ ही अगर सीट बेल्ट बंधी होती तो शायद सारे एयरबैग खुल गये होते. गाड़ी में यदि सीट बेल्ट नहीं बांधा गया है तो गाड़ी में चाहे जितने भी एयरबैग्स हो, जान बचाने के लिए नाकाफी हैं, क्योंकि गाड़ियों के एयरबैग में ऐसे सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है कि यदि सीट बेल्ट ठीक से लॉक नहीं है तो गाड़ी के एयरबैग सेंसर्स काम नहीं करेंगे। जिससे दुर्घटना की स्थिति में भी सेंसर्स एयरबैग को खुलने का संदेश नहीं देते हैं।

जान लीजिये सीट बेल्ट से जुड़े नियम


बता दें कि मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार सभी गाड़ियों में हर सीट पर सीटबेल्ट दिया जाना अनिवार्य है। लेकिन ज्यादातर लोग पिछली सीट के लिए इसे इस्तेमाल करना जरूरी नहीं समझते। लोग गाड़ी की पिछली सीट को आगे वाली सीट की अपेक्षा सुरक्षित मानते है, जो कि बिल्कुल गलत है। इसे ऐसे समझिए, कभी-कभी दुर्घटना के समय पीछे बैठे व्यक्ति को इतना तेज झटका लगता है कि उसपर पृथ्वी के ग्रैविटी से 40 गुना ज्यादा बल आगे की ओर लगता है। जिसका अर्थ है कि यदि कोई 70KG का व्यक्ति 2800 किलोग्राम के वजन के बराबर होकर आगे की ओर टकराता है। ऐसी स्थिति में यदि आगे बैठे व्यक्ति ने सीट बेल्ट पहने हुए है और पीछे का सीट बेल्ट नहीं पहने हुए है तो पीछे वाला व्यक्ती अपने भार का 40 गुना होकर सामने वाले व्यक्ति से टकराएगा। इस स्थिति में अगली सीट पर बैठे व्यक्ति को गंभीर चोट लग सकती है और उसकी जान भी जा सकती है। जबकि पीछे बैठे व्यक्ति के बचने की संभावना न के बराबर रहती है।

अगर आप भी करते है ये गलती तो आज ही बदल दो अपनी आदत


भारत में लोग आदतन वाहन चलाते समय सुरक्षा का बिल्कुल ध्यान नहीं रखते हैं। ऐसे लोगों को इस दुर्घटना से सबक लेना चाहिए। वाहन चाहे कोई भी हो, आप आगे बैठे हों या फिर पीछे बैठे हों, सीट बेल्ट हमेशा जरूर पहनें। साथ ही दोपहिया वाहन चालक भी हमेशा हेलमेट का जरूर इस्तेमाल करें। गाड़ी में सीट बेल्ट और एयरबैग जैसे सेफ्टी फीचर्स आपकी सुरक्षा के लिए दिए जाते हैं और इसके लिए वाहन निर्माता कंपनियां आपसे गाड़ी की कीमत में ही अच्छी खासी रकम भी लेती है। इतना खर्च करने के बाद भी इन फीचर्स का उपयोग न करना सिर्फ मूर्खता है। इसलिए इसका प्रयोग करते रहें और खुद को सुरक्षित रखें।
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