व्यापार : टेक्सटाइल सेक्टर के लिए दूसरी पीएलआई स्कीम शुरू करने की योजना बना रही है सरकार

व्यापार : टेक्सटाइल सेक्टर के लिए दूसरी पीएलआई स्कीम शुरू करने की योजना बना रही है सरकार

कोयंबटूर में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में हुए एक प्रोग्राम में दी जानकारी

टेक्सटाइल व्यापार के लिए एक अच्छी खबर आ रही है।सरकार पहली प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव यानी पीएलआई स्कीम को मिली अच्छी प्रतिक्रिया के बाद टेक्सटाइल सेक्टर के लिए दूसरी पीएलआई स्कीम शुरू करने की योजना बना रही है। इसकी जानकारी कोयंबटूर में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में हुए एक प्रोग्राम में दी।
इस बारे में गोयल ने कहा "हम अपैरल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का समर्थन करने के इच्छुक हैं। कपड़ा मंत्रालय, DPIIT और नीति आयोग के बीच बातचीत चल रही है। उद्योग जगत से सलाह मशविरा करने के बाद हम जल्द ही एक स्कीम तैयार करेंगे। इसके बाद हम कैबिनेट की मंजूरी के लिए प्रस्ताव रखेंगे।" पीयूष गोयल ने आगे कहा, कपास और धागे की कीमतों में हालिया गिरावट को देखते हुए, सरकार को नई फसल के बाजार में आने के बाद शायद फाइबर के ड्यूटी-फ्री इंपोर्ट की अनुमति देने की जरुरत ना पड़े।
आपको बता दें कि सरकार पहले ही मानव निर्मित फाइबर और तकनीकी वस्त्र उत्पादों के लिए अपनी पहली पीएलआई योजना के तहत शाही एक्सपोर्ट्स, अरविंद मिल्स, गोकलदास एक्सपोर्ट्स सहित 61 कंपनियों का चयन कर चुकी है। इन कंपनियों को 6,013 करोड़ रुपये का इंसेंटिव दिया जाएगा। यह इस स्कीम के लिए सरकार द्वारा निर्धारित शुरुआती 10,683 करोड़ रुपये का 56% है। 
सूत्रों के अनुसार, सरकार संभवत: शेष राशि का उपयोग दूसरी PLI स्कीम शुरू करने के लिए करेगी, बजाए इसके कि इसे कहीं और खर्च किया जाए। केंद्रीय मंत्री ने विश्वास जताया कि भारत और कनाडा, जो एक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लिए बातचीत में लगे हुए हैं, 2022 के अंत तक जल्दी फसल सौदा तय करेंगे। FTA पर बातचीत चल रही है। यूएई और ऑस्ट्रेलिया के साथ पहले से दो व्यापार सौदों पर हस्ताक्षर हो चुके हैं।