कोरोना से मृत्यु को प्राप्त हुये व्यक्ति की पत्नी को फ्लाइट से पहुंचाया उसके घर, फिर मृतदेह लेकर पहुंचे युवक के गाँव
कोरोना के इस कठिन काल में कई लोग एकदूसरे की मदद के लिए आगे आए है। महामारी के इस समय में जब रिश्तेदार एक दूसरे की मदद नहीं कर रहे है ऐसे में कई लोग ऐसे भी है, जिन्हों ने अंजान लोगों की मदद करने में भी कोई कमी नहीं छोड़ी है। एक ऐसा ही किस्सा सामने आया है भावनगर से, जहां एक कोरोना संक्रमित युवक की मौत हो जाने पर कुछ समाजसेवी लोगों ने उसकी पत्नी को फ्लाइट के माध्यम से उसके मायके पहुंचाया और उसके बाद युवक के घर उसका पार्थिव शरीर लेकर पहुंचे।
न्यूज वैबसाइट gujjurocks.in के अनुसार, हिमाचल से काम करने भावनगर आए एक सामान्य परिवार के अजय ठाकुर और उनकी पत्नी वर्षा भाड़े के घर में रहते थे। दोनों की आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी और पैसों की कमी के बीच वह अपना गुजारा चला रहे थे। इसी बीच अजय कोरोना संक्रमित हो गए। सामान्य लक्षण होने के नाते उन्हें घरशाला कोविड आइसोलेशन सेंटर में दाखिल किया गया। पर उसकी तबीयत और भी बिगड़ गई, जिसके चलते अजय को सर टी अस्पताल में दाखिल किया गया।
इस दौरान पत्नी वर्षा ने पति का साथ बिलकुल नहीं छोड़ा, जिसमें उनकी सहायता की घरशाला संस्था और उसके पूर्व छात्रों ने। यही नहीं घरशाला संस्था और इस्कॉन क्लब की और से वर्षा को आर्थिक सहायता भी की गई। पर लाख कोशिश के बाद भी अजय की जान नहीं बची। जिसके चलते वर्षा काफी आहत हो गई, इस दौरान भी घरशाला संस्था के पूर्व छात्रों द्वारा उसे लगातार हिम्मत दी गई। जिसके बाद एक फ्लाइट में वर्षा को एक दंपत्ति के साथ उसके मायके भेजा गया और अजय के पार्थिव शरीर को हिमाचल उसके घर वालों के पास ले जाया गया। भावनगर के इन समाजसेवकों के इस कार्य की हर कोई प्रशंसा करते नहीं थक रहा है।