अहमदाबाद : अमरेली की अमर डेयरी दे रही किसानों को विशेष प्रशिक्षण, पशुपालकों चुकाए 204 करोड़!

अहमदाबाद : अमरेली की अमर डेयरी दे रही किसानों को विशेष प्रशिक्षण, पशुपालकों चुकाए 204 करोड़!

अमर डेयरी में दूध के साथ-साथ विभिन्न प्रशिक्षण केंद्र भी चल रहे हैं

 गुजरात में पशुपालन क्षेत्र में बहुत काम किया गया है। गुजरात में कई डेयरियां स्थापित की गई हैं, जिससे पशुपालकों को दूध के अच्छे दाम मिल रहे हैं, ऐसा ही एक अमर डेयरी अमरेली में स्थित है। अमर डेयरी में दूध के साथ-साथ विभिन्न प्रशिक्षण केंद्र भी चल रहे हैं। इन प्रशिक्षण केंद्रों में किसानों को शहद का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। जिसमें  248 से अधिक किसान भी लाभान्वित हुए हैं, 140 किसान ऑनलाइन प्रशिक्षण भी प्राप्त कर रहे हैं। इस प्रशिक्षण के बाद किसान खेती के साथ-साथ शहद उगाकर अच्छी आमदनी कर सकेंगे।

पशुपालकों को मिल रही है अच्छी रकम


अमर डेयरी में दूध के माध्यम से पशुपालकों को सालाना कुल 204.12 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाता है। वर्ष 2021 22 में अमर डेयरी के कारोबार पर नजर डालें तो यह 305.94 करोड़ रुपये है जिसमें बिना नुकशान के कच्चा लाभ 18 करोड़ 21 लाख रुपये है। जबिक शुद्ध लाभ 9 करोड़ 60 लाख रुपये है और लाभांश का भुगतान 15 प्रतिशत की दर से किया जाएगा। साथ ही प्रबंधन के प्रति पद 17 पैसे खर्च किए जाते हैं। 
अमर डेयरी के चेयरमैन अश्विनभाई सावलिया ने कहा कि अमर डेयरी में एक अनाज कारखाना भी है, जिसकी उत्पादन क्षमता 300 मीट्रिक टन प्रतिदिन है। वर्ष 2021 में कुल अनाज की बिक्री 15,603 मीट्रिक टन थी जिसमें अमर पावर दान का कुल बकाया मूल्य 1070 है जिसमें से 150 रुपये प्रति बोरी सब्सिडी दी जाती है। अमर पावर दान सब्सिडी 1 करोड़ 57 लाख रुपये है।

अमर डेयरी कई तरह के कार्य भी करती है


अमर डेयरी जिले के चार अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यरत पशु चिकित्सकों की कुल चार टीमों के साथ पशु चिकित्सा सेवाएं भी प्रदान करता है, जिसमें 964 पशु उपचार शिविर स्थापित किए गए हैं। वर्ष 2018-19 से डेयरी फार्मिंग यूनिट योजना में अमर डेयरी बारह डेयरी पशु सहायता योजना द्वारा अब तक पशु उपचार यानि टीकाकरण के साथ-साथ 66,000 से अधिक पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। कुल 75 डेयरी फार्मिंग चल रही है जिसमें 75 लाभार्थियों को अमर डेयरी स्थित हनी फार्म के साथ-साथ 2 करोड़ 63 लाख रुपये की सब्सिडी का भुगतान किया गया है।
कुल 42 बीघे में 8000 विभिन्न किस्मों के साथ एक आयुर्वेदिक और अन्य शुद्ध खेती फार्म स्थापित किया गया है जिसमें नींबू के 400, मूंगफली के 380, अनार के 500,  सीताफल के 180,  बोर्डी के 400, नारियल के 155 चिकुड़ी के 280, सरगवा के 100, खरेक के 110 पौधे भी लगाए गए हैं। 

कोरोना में दूध लेने का काम भी जारी रहा 


कोरोना महामारी के दौरान निजी दूध व्यापारियों, माही मिल प्रोड्यूसर कंपनी जैसी एजेंसियों ने दूध लेना बंद कर दिया था, लेकिन अमर डेयरी ने एक दिन भी दूध लेना बंद नहीं किया। जो लोग अमर डेयरी के सदस्य नहीं थे और वे निजी दुकानों या माही में दूध भरते थे उन सदस्य किसानों से दूध का उत्पादन कर सभी पशुपालकों को आय प्रदान करने के लिए सबसे अधिक काम किया।
Tags: 0