वडोदरा : नगर निगम बकाया संपत्ति कर की वसूली सख्ती से करेगा
अब तक 577 करोड़ का टैक्स कलेक्शन, संशोधित लक्ष्य 671 करोड़ के मुकाबले 94 करोड़ कम
बकाया संपत्ति कर की वसूली के लिए वडोदरा नगर निगम की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी। चालू वर्ष के लिए निगम के संपत्ति कर के संशोधित अनुमान से अभी भी करीब 94 करोड़ की कमी है। चालू वर्ष के लिए संपत्ति कर राजस्व लक्ष्य 642 करोड़ था, जिसे संशोधित बजट में 671 करोड़ कर दिया गया है। अब तक 577 करोड़ की वसूली हो चुकी है। निगम द्वारा 12,770 गैर-आवासीय संपत्तियों को सील कर दिया गया है, जबकि 14,600 पर वारंट जारी किया गया है। लगभग 16,000 आवासीय संपत्ति धारकों को नोटिस जारी किए गए हैं।
गैर-आवासीय संपत्तियों के लिए सात दिन का नोटिस देकर संपत्ति सील कर दी जाती है। जबकि आवासीय संपत्ति के मालिक कर का भुगतान करने में विफल रहते हैं तो पानी के कनेक्शन काट दिए जाते हैं। चालू वित्तीय वर्ष के अब डेढ़ महीने बचे हैं, इस दौरान निगम 94 करोड़ रुपये की कमी को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेगा। वर्ष 2022-23 में निगम ने रिकार्ड 600.15 करोड़ रुपए संपत्ति कर संग्रह किया था। जो पिछले साल से 70 करोड़ ज्यादा था। इस वसूली के लिए निगम ने 1.20 लाख संपत्तियों को सील कर दिया था। जबकि 3,600 आवासीय संपत्तियों के पानी के कनेक्शन काट दिए थे। इस बीच, निगम ने 31 मार्च तक किराया मूल्यांकन और क्षेत्र आधारित मूल्यांकन में बकाया किराया पर प्रोत्साहन ब्याज मुआवजा योजना शुरू की है।
किराया अकारणी पद्धति के अनुसार 1-4-2003 से आज तक संपत्ति कर का बकाया एक साथ भुगतान करने पर प्रोत्साहन ब्याज क्षतिपूर्ति निर्धारित प्रतिशत के अनुसार दी जाती है। क्षेत्र आधारित मूल्यांकन में वर्ष 2003 से अब तक बकाया कर का भुगतान करने पर निर्धारित प्रतिशत के अनुसार प्रोत्साहन ब्याज क्षतिपूर्ति भी दी जाती है। यदि कर निर्धारण के अनुसार कर बकाया है, लेकिन यदि अब तक कर का भुगतान किया गया है तो उसके अनुसार क्षेत्र आधारित विधि से उसे भी इस योजना का लाभ मिलेगा।