सूरत : 20 माह के ब्रेन डेड रियांश के अंगदान से पांच बच्चों को नया जीवन दिया
सूरत से मुंबई तक ग्रीन कोरिडोर बनाकर अंगो को समय पर पहुंचाया गया
नए साल की शुरुआत में डोनेट लाइफ संस्था की ओर से सूरत के एक बीस माह के बच्चे के अंग दान किए गए। श्री सुरति मोढ़ा वणिक समाज के गज्जर के परिवार ने 20 माह के ब्रेन डेड रियांश की किडनी, लीवर और आंखें दान कर पांच बच्चों को नया जीवन दिया और समाज को नई दिशा दिखाई। मुंबई के नानावती अस्पताल में 12 साल के एक बच्चे में लिवर ट्रांसप्लांट किया जाएगा, अहमदाबाद के आईकेडीआरसी में दो जरूरतमंद बच्चों में किडनी प्रत्यारोपण किया जाएगा। सूरत से मुंबई अस्पताल तक अंगो को पहुचाने सूरत, गुजरात और महाराष्ट्र पुलिस की मदद से ग्रीन कोरिडोर का उपयोग किया गया।
घटना के विवरण के बारे में डोनटे लाईफ संस्था के निलेश मांडलेवाला ने जानकारी देते हुए कहा कि बी1, 104, ओंकार रेजीडेंसी, पालनपुर-कैनाल रोड, सूरत निवाली यश अजय कुमार गज्जर निजी बैंक में होम लोन विभाग में सेल्स एक्जीक्यूटिव के रूप में कार्यरत है। 28 दिसंबर को शाम 7:00 बजे अपने घर की पहली मंजिल से बीस महीने का बेटा रियांश दुर्घटनावश नीचे गिरने से उनके सिर में गंभीर चोटें आईं। पिता यश और परिवार के अन्य सदस्य रियांश को तुरंत हॉस्पिटल ले गए। 1 जनवरी को बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मेहुल पंचोली, डॉ. फोरम वाघेला, डॉ. पूजा मांकडिया, और न्यूरोफिजिशियन डॉ. मयंक देत्रोजा ने रियांश को ब्रेन डेड घोषित किया।
गज्जर परिवार के सुधीरभाई ने डोनेट लाइफ के संस्थापक नीलेश मांडलेवाला से संपर्क किया और उन्हें रियांश के ब्रेन डेड होने की जानकारी दी। डोनेट लाइफ टीम अस्पताल पहुंची और रियांश के पिता यश, मां ध्वनि, दादा अजयकुमार, दादी मेघनाबेन, नानाजी राजेशभाई, नानी हर्षबेन, वरुणभाई, सुधीरभाई, गज्जर और परिवार के अन्य सदस्यों को अंग दान के महत्व और इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में समझाया।