सूरत :  वीएनएसजीयू ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन शुरू किया

वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय ने आंतरिक और बाह्य मूल्यांकन परीक्षाओं में 50-50 अंक अनिवार्य किए

सूरत :  वीएनएसजीयू ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन शुरू किया

वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति का कार्यान्वयन शुरू कर दिया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के नियमों के अनुसार, जिसमें आंतरिक और बाह्य मूल्यांकन परीक्षा में 50-50 अंक अनिवार्य कर दिए गए हैं। अब तक की शिक्षा नीति के अनुसार, छात्रों को आंतरिक और बाह्य मूल्यांकन परीक्षा के योग के आधार पर उत्तीर्ण किया जाता था। लेकिन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार, अब छात्र को परीक्षा में अधिकतम अंक प्राप्त करना आवश्यक है। यदि छात्र ये अंक लाने में असफल रहता है तो ऐसे छात्रों को विश्वविद्यालय द्वारा अनुत्तीर्ण घोषित कर दिया जाएगा।

वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के चांसलर किशोर सिंह चावड़ा के अनुसार, विश्वविद्यालय में शैक्षणिक क्षेत्र ने 2023-24 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार पहले सेमेस्टर से इसका कार्यान्वयन शुरू कर दिया है। जिसमें 50 प्रतिशत आंतरिक मूल्यांकन और 50 प्रतिशत बाह्य मूल्यांकन अनिवार्य किया गया है। अब से आंतरिक मूल्यांकन में अधिक से अधिक अंक लाना जरूरी है। इसी प्रकार बाह्य मूल्यांकन परीक्षा में भी समान अंक प्राप्त करना आवश्यक है। अब तक बाह्य मूल्यांकन और आंतरिक मूल्यांकन के योग के आधार पर उस विषय में उत्तीर्ण होने वाले छात्र को उत्तीर्ण किया जाता था, लेकिन अब आंतरिक मूल्यांकन में भी उस विषय में अधिकतम अंक प्राप्त करना आवश्यक है।

यदि छात्र ऐसा करने में असफल रहता है तो छात्र को आंतरिक मूल्यांकन में भी अनुत्तीर्ण घोषित कर दिया जाएगा। ऐसे उत्तीर्ण छात्रों को दोबारा परीक्षा देनी होगी। इतना ही नहीं, छात्र को यूनिवर्सिटी परीक्षा फॉर्म भी दोबारा भरना होगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के साथ ही अब छात्रों को सभी विषयों का आंतरिक मूल्यांकन अनिवार्य रूप से पास करना होगा। जिन छात्रों को उस कॉलेज में आंतरिक मूल्यांकन के अंतर्गत आवश्यक प्रदर्शन देना होता है। गौरतलब है कि वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी ने नई शिक्षा नीति का क्रियान्वयन शुरू कर दिया है और आंतरिक और बाह्य मूल्यांकन में सख्त नियम बनाए हैं, जिनका अब से छात्रों को पालन करना होगा।

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