सूरत : एथर केमिकल कंपनी में मिले शवों की हालत इतनी खराब कि पहचान भी नहीं हो पा रही, डीएनए कराया जाएगा
शवों का तथा मृतकों के परिजनों का डीएनए टेस्ट करने के लिए सैंपल लिया गया
सूरत शहर के सचिन जीआईडीसी स्थित केमिकल कंपनी एथर इंडस्ट्रीज में ब्लास्ट और आग लगने की घटना में 7 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई है। मजदूरों के शव जलकर कंकाल में तब्दील हो गए हैं, इसलिए इन शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराने का फैसला लिया गया है।
एथर इंडस्ट्रीज नाम की एक केमिकल कंपनी सचिन जीआईडीसी में स्थित है। इस कंपनी में बुधवार रात 1.30 से 2.00 बजे के बीच धमाके के बाद आग लग गई। आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। लेकिन कंपनी में बड़ी मात्रा में मौजूद केमिकल लिक्विड जल्द ही आग में तब्दील हो गया। कुछ ही देर में आग पूरी फैक्ट्री में फैल गई और फैक्ट्री में अफरा-तफरी मच गई।
इस हादसे में 24 कारीगर झुलस गए। इनमें से 8 गंभीर हैं। जबकि 7 कारीगरों को भागने का मौका तक नहीं मिला।दो टैंकों में आग लगी, उनके बगल में खड़े 7 कारीगर तुरंत जलकर मर गए। लगातार 24 घंटे से ज्यादा समय तक आग के बीच रहे इन कारीगरों का शरीर कंकाल में बदल गए। उनकी पहचान भी नहीं हो पा रही है। इसलिए प्रशासन ने इन कंकाल जैसे शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराने का फैसला किया है।
सूरत के संयुक्त पुलिस आयुक्त के.एन. डामोर ने कहा कि विभिन्न एजेंसियां हादसे की जांच कर रही हैं। फैक्ट्री में 7 मानव कंकाल मिले हैं। इन सभी की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। डीएनए सैंपल से मृतकों की पहचान करने की कोशिश की जाएगी। फिलहाल दो लोगों की पहचान कर ली गई है। दुर्घटना का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच के अंत में एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर अलग-अलग धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया जाएगा।
डीएनए रिपोर्ट के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा
सभी शवों का नए सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम का काम शुरू कर दिया गया है। डीएनए सैंपल रिपोर्ट के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिवार को सौंप दिया जाएगा। अब परिजनों को सिविल में बुलाया गया है। डीएनए सैंपल का काम शुरू कर दिया गया है।
सिविल अधीक्षक डॉ. गणेश गोवेकर ने बताया कि 7 शवों को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया। सभी का पोस्टमार्टम फॉरेंसिक विभाग ने किया है। मौत की वजह 5 शवों का जलना भी बताया गया है। मौत का कारण जानने के लिए दो शवों के सैंपल लैब में भेजे गए हैं। पैनल में शामिल फॉरेंसिक विभाग के डॉक्टरों ने न सिर्फ सभी का पोस्टमार्टम किया है, बल्कि सभी मृतकों और उनके परिजनों के डीएनए के लिए सैंपल भी लिए गए हैं। हमें उम्मीद है कि सैंपल रिपोर्ट 5-7 कार्य दिवसों में आ जाएगी। शव का पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस ने शव को कोल्ड स्टोरेज में रखने की लिखित अनुमति दे दी है