सूरत : एसजीसीसीआई मिशन 84 के तहत जाम्बिया के राजदूत के साथ वर्चुअल मीटिंग हुई
सूरत के उद्योगपतियों और जाम्बिया के व्यापार प्रतिनिधिमंडल के बीच बीटुबी वार्ता के लिए जाम्बिया के प्रतिनिधियों को सूरत लाने का अनुरोध किया
दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 के तहत 26 सितंबर 2023 को सुबह 11:00 बजे जाम्बिया के राजदूत दिलावी मुम्बी के साथ एक वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। जिसमें चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रमेश वघासिया और एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 के प्रोजेक्ट हेड परेश भट्ट शामिल हुए।
चैंबर अध्यक्ष रमेश वघासिया ने जाम्बिया के राजदूत दिलावी मुंबी को दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा शुरू किए गए मिशन 84 प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने भारत और जाम्बिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए मिशन 84 के महत्व को भी समझाया और उनसे मिशन 84 में शामिल होने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि मिशन 84 के तहत सूरत सहित गुजरात क्षेत्र के 84000 उद्योगपतियों और दुनिया के विभिन्न देशों के 84000 व्यापारियों को अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जोड़ा जाएगा। पेशेवर विचारों के आदान-प्रदान के उद्देश्य से भारत के 84 चैंबर्स ऑफ कॉमर्स और विभिन्न देशों के 84 चैंबर्स ऑफ कॉमर्स भी इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शामिल होंगे।
इसके अलावा भारत में कार्यरत विभिन्न देशों के महावाणिज्य दूतों तथा विभिन्न देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले राजदूतों को भी ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लाकर उद्यमियों को अधिक से अधिक निर्यात के अवसर उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने जाम्बिया के राजदूत से सूरत के उद्योगपतियों और जाम्बिया के व्यापार प्रतिनिधिमंडल के बीच बीटुबी वार्ता के लिए जाम्बिया के प्रतिनिधियों को सूरत लाने का विशेष अनुरोध किया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया।
जाम्बिया के राजदूत दिलावी मुम्बी ने कहा कि वे दुनिया के अन्य देशों की तुलना में सबसे अच्छे व्यापार भागीदार के रूप में भारत पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। भारत के साथ जाम्बिया का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया है। वर्ष 1995 में जाम्बिया ने भारत से 40 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के विभिन्न उत्पादों का आयात किया। वर्ष 2021 में 431 मिलियन अमेरिकी डॉलर का आयात किया गया था। इस तरह भारत से आयात हर साल 9.6 फीसदी की दर से बढ़ रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत से वे परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पाद, नाइट्रोजनयुक्त उर्वरक, भारी डिलीवरी ट्रक और दवाएं और संबंधित सामग्री आयात करते हैं। वे ज्यादातर दवा और संबंधित सामग्री गुजरात से आयात करते हैं।
मिशन 84 के परियोजना प्रमुख परेश भट्ट ने कहा कि सूरत सहित दक्षिण गुजरात बेल्ट में दवाओं, मध्यवर्ती और कृषि-रसायनों का प्रचुर मात्रा में उत्पादन होता है। सूरत के उद्योगपति प्रतिस्पर्धी दरों पर समय पर गुणवत्तापूर्ण उत्पाद वितरित करने की क्षमता रखते हैं, इसलिए उन्होंने जाम्बिया के राजदूत से दवाओं और संबंधित सामग्रियों के अलावा मध्यवर्ती और कृषि रसायनों का आयात करने का अनुरोध किया।