राष्ट्रपति मुर्मू बुधवार को 'आयुष्मान भव:' अभियान का करेंगी शुभारंभ
इस अभियान को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन यानी 17 सितंबर से लागू किया जाएगा
नई दिल्ली, 12 सितंबर (हि.स.)। देश में स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच और समावेशिता को फिर से परिभाषित करने के मकसद से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय बुधवार को आयुष्मान भव: अभियान की शुरुआत करने जा रहा है। इसका उद्घाटन आभासी माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी। इस अभियान को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन यानी 17 सितंबर से लागू किया जाएगा।
इस अभियान के तहत 17 सितंबर से 02 अक्टूबर (गांधी जयंती) के बीच आयुष्मान योजना से जुड़े सभी स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एचडब्ल्यूसी) पर आयुष्मान मेले लगेंगे। इसमें गरीब के साथ मध्यम वर्ग का फ्री इलाज होगा। पात्रों के तुरंत कार्ड बनाए जाएंगे। सभी ब्लॉक अस्पतालों और मेडिकल कालेजों में भी ऐसे कैंप लगेंगे।
'आयुष्मान भव:' अभियान एक व्यापक राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य सेवा पहल है जिसका उद्देश्य देश के हर गांव और कस्बे तक स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह उपलब्ध करवाना है। यह अभूतपूर्व पहल आयुष्मान भारत कार्यक्रम की सफलता पर आधारित है और स्वास्थ्य सेवाओं में एक आदर्श बदलाव का प्रतीक है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस देशव्यापी कार्यक्रम को सेवा पखवाड़ा के दौरान लागू किया जाएगा। इस कार्यक्रम के पांच घटक हैं जिसमें स्वास्थ्य आपके द्वार 3.0, स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एचडब्ल्यूसी) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर आयुष्मान मेलों और हर गांव और पंचायत में आयुष्मान सभाओं के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं के कवरेज के साथ रक्तदान अभियान और अंगदान अभियान भी शामिल है।
आयुष्मान आपके द्वार 3.0 पहल का उद्देश्य पीएम-जेएवाई योजना के तहत नामांकित शेष पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड प्रदान करना है, यह सुनिश्चित करना कि अधिक व्यक्तियों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच हो। एचडब्ल्यूसी और सीएचसी में आयुष्मान मेले के तहत करीब 1.17 लाख आयुष्मान भारत- एचडब्ल्यूसी और सीएचसी में ये मेले एबीएचए आईडी (स्वास्थ्य आईडी) बनाने और आयुष्मान भारत कार्ड जारी करने की सुविधा प्रदान करेंगे। वे शीघ्र निदान, व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं, विशेषज्ञों के साथ टेली-परामर्श और उचित रेफरल भी प्रदान करेंगे।
आयुष्मान सभाएं प्रत्येक गांव और पंचायतों में आयुष्मान कार्ड वितरित करने, एबीएचए आईडी बनाने और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं और गैर-संचारी रोगों, तपेदिक (निक्षय मित्र), सिकल सेल जैसी बीमारियों के बारे में जागरुकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। आयुष्मान भव: के शुभारंभ के लिए चल रही तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल बातचीत की।