सूरत : हर परिस्थिति में सर्वोत्तम जीवन जीना ही सच्चा कर्मयोग है : प्रफुल्लभाई पानशेरिया

 आपके पास कितना है ? और  कैसा है? यह महत्वपूर्ण नहीं है,आप कैसे जीते हैं यह महत्वपूर्ण है :  कानजीभाई भालाला

सूरत : हर परिस्थिति में सर्वोत्तम जीवन जीना ही सच्चा कर्मयोग है : प्रफुल्लभाई पानशेरिया

श्री सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज सूरत की ओर से हर गुरुवार को जन समाज को नए विचार देने के लिए विचार रखे जाते हैं। वराछा रोड जमनाबा भवन में गुरुवार विचार कार्यक्रम में राज्य के शिक्षा मंत्री प्रफुल्लभाई पंसेरिया की उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने गोकुल अष्टमी पर्व को ध्यान में रखते हुए कहा, श्रेष्ठ कार्य ही जीवन में सफलता दिलाता है। किसी भी परिस्थिति में सर्वोत्तम जीवन जीना ही सच्चा कर्म योग है। शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति से राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्राप्त करने वाली बचकानी वाला हाई स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती हीराबेन फुलवाला को शिक्षा मंत्री ने सम्मानित किया। 

प्रत्येक गुरुवार को दिए जाने वाले एक नए विचार में संस्था के अध्यक्ष कानजीभाई भालाला ने कहा, "तुम्हारे पास कितना है?" और कैसा है? यह महत्वपूर्ण नहीं है, आप कैसे जीते हैं यह अधिक महत्वपूर्ण है। भगवान कृष्ण ने सभी परिस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ जीवन जिया है, सर्वश्रेष्ठ करने की भावना से कार्य करें, सफलता मिलती है। उन्होंने अभिनव विचार के साथ शहर के प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल के रूप में चयन किये जाने पर प्रसिद्ध कार्यकर्ता, आचार्य चेतनभाई हिरपारा की सराहना की। इस अवसर पर शहर के जाने-माने वकील नीलेशभाई वघासिया एवं कमलेशभाई खूंट उपस्थित थे। साथ ही इसरो के युवा वैज्ञानिक निकुल गोटी विशेष रूप से उपस्थित थे। सभी ने अपने जीवन में अपने सर्वोत्तम प्रयास से सफलता प्राप्त की है, एक नया विचार प्रस्तुत किया है।

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जन्माष्टमी के अवसर पर गुरुवार विचार कार्यक्रम का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ किया गया। शिक्षा मंत्री ने वर्तमान में तमाम समस्याओं और चुनौतियों के बीच अच्छी सोच की जरूरत बताते हुए इस कार्यक्रम की सराहना की। युवा टीम-100 के सदस्यों ने सुन्दर व्यवस्था का संचालन किया।

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