सूरत : मोटी बेगमवाड़ी की ज्वलंत समस्याओं में सबसे विकराल है अशांत धारा का होना - दीपचंद चौधरी (फोस्टा डायरेक्टर)

सूरत : मोटी बेगमवाड़ी की ज्वलंत समस्याओं में सबसे विकराल है अशांत धारा का होना - दीपचंद चौधरी (फोस्टा डायरेक्टर)

सूरत। फोस्टा‌ में न होते हुयें भी सालों से फोस्टा‌ के लिये काम कर रहे दीपचंद चौधरी ने पहली बार फोस्टा‌ का चुनाव लड़ा और चुनाव जीतकर फोस्टा‌ डायरेक्टर बनें। फोस्टा‌ में तिरूपति टेक्सटाईल मार्केट एवं हरिओम टेक्सटाईल मार्केट का प्रतिनिधित्व कर रहे दीप चंद चौधरी सालों से फोस्टा के वोटर तो थे लेकिन फोस्टा का चुनाव पहली बार लड़ा‌। फोस्टा टास्क फोर्स से जुड़कर उन्होने फोस्टा के लिये काम किया। चौधरी ने साकेत ग्रुप के अध्यक्ष सांवर प्रसाद बुधिया को अपना प्रेरणा श्रोत बताया‌ जिन्होने कपड़ा व्यापार के लिये कुछ करने तथा फोस्टा चुनाव लड़ने के लिये उन्हे प्रेरित‌ किया।

दीपचंद चौधरी हरिओम टेक्सटाईल मार्केट एसोसियेशन के अध्यक्ष तथा तिरूपति टेक्सटाईल मार्केट मे कार्यकारिणी के सदस्य है। आंजणा पटेल समाज के अध्यक्ष तथा अखिल भारतीय आंजणा महासभा के कार्यकारिणी सदस्य है इसके अलावा आंजणा केलवणी मंडल का फाऊंडर मेंबर होने के‌ साथ माऊंट आबू स्थित आंजणा एज्युकेशन ट्रस्ट के वे कार्यकारिणी सदस्य है। चौधरी ने वाणिज्य संकाय से स्नातक तक शिक्षा ग्रहण किया है। दीपचंद चौधरी पिछले 17 सालों से हरिओम टेक्सटाईल मार्केट की कमेटी मे है एवं 12 साल से वे हरिओम टेक्सटाईल मार्केट के अध्यक्ष है। राजस्थान के बाड़मेर जिला अन्तर्गत समदडी गॉव के मूल निवासी दीपचंद‌ चौधरी 1984 मे सूरत आयें तथा उन्होने शुरूआती दिनों मे एसटीएम की एक दुकान मे नौकरी की। 1992 मे उन्होने खुद का कपड़े का व्यापार शुरू किया। लंबे संघर्ष एवं कठिन मेहनत की बदौलत चौधरी की आज हरिओम टेक्सटाईल मार्केट तथा तिरूपति टेक्सटाईल मार्केट‌ मे दुकानें है तथा उनकी पहचान एक सफल कपड़ा कारोबारी की बन चुकी है।

दीपचंद चौधरी ने संवाददाता के साथ बातचीत में बताया कि मोटी बेगमवाडी की बड़ी समस्याओं मे से अधिकांशत: समस्यायें हल की जा चुकी है। मोटी बेगमवाड़ी मे उनके प्रयासों से गटर लाईन एवं स्ट्रीट लाईटें बदली जा चुकी हैं रोड बन चुका हैं तथा यहा के चिर-परिचित यातायात समस्या से व्यापारियों को मुक्ति मिल चुकी है ।

चौधरी ने बताया कि मोटी बेगमवाडी मे कई ज्वलंत समस्यायें अभी भी कपडा कारोबार के आडे़े आ रही है जिनमे मुख्य रूप से अशांत धारा का होना है। अशांत धारा लागू होने की वजह से वेरा बिल ट्रांसफर नही होता। यहॉ के कमर्शियल प्रापर्टी‌ज से   अशांत धारा हटने से कपड़ा कारोबार के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होने बताया कि यहॉ की अधिकाशंत: कपड़ा बाजारें दाऊदी बोहरा समाज ट्रस्ट की जमीन पर बनी है एवं व्यापारियों के पास दुकानों का कब्जा रसीद है। मोटी बेगमवाडी के कपड़ा बाजारों से आये‌ दिन पार्टियों का पलायन करना  कारोबार मे खासी मुसीबत है। इसके लिये फोस्टा द्वारा आर्बिटेशन एक्ट लाया जायेगा। पेमेंट का धारा-धोरण बनने से व्यापारी चिंता मुक्त होकर व्यापार कर सकेंगे।