भारतीय नृत्यांगना वल्लभी ने महात्मा गांधी के प्रिय भजन 'वैष्णव जन तो…' पर प्रस्तुति से किया मंत्रमुग्ध
वल्लभी पिछले डेढ़ दशक से बड़े आयोजनों में भरतनाट्यम की प्रस्तुति दे रही हैं
जोहानिसबर्ग, 11 जून (हि.स.)। भारत की प्रख्यात नृत्यांगना वल्लभी चेल्लम अन्नामलाई ने दक्षिण अफ्रीका के पीटरमारित्जबर्ग में आयोजित तीन दिवसीय गांधी-किंग-मंडेला अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की उद्घाटन संध्या पर भरतनाट्यम प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय के निदेशक अलागन अन्नामलाई की बेटी वल्लभी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पसंदीदा भजन 'वैष्णव जन तो…' पर भरतनाट्यम प्रस्तुति दी। सम्मेलन का समापन शुक्रवार को हो चुका है। वल्लभी पिछले डेढ़ दशक से बड़े आयोजनों में भरतनाट्यम की प्रस्तुति दे रही हैं। वह यहां के आयोजन में शामिल होकर गर्व महसूस कर रही हैं।
उल्लेखनीय है गांधी जी को 1893 में पीटरमारित्जबर्ग स्टेशन पर एक ट्रेन से बाहर फेंक दिया गया था, क्योंकि वह केवल श्वेत यात्रियों के लिए आरक्षित डिब्बे में बैठे थे। इस परिघटना के 130 साल पूरे होने पर गांधी-किंग-मंडेला अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
पीटरमारित्जबर्ग गांधी फाउंडेशन के अध्यक्ष डेविड जेनगेन ने कहा कि अफ्रीकी महाद्वीप में संपन्न गांधी-किंग-मंडेला अंतररराष्ट्रीय सम्मेलन में इस बात पर सहमति बनी कि मानवाधिकारों के सदंर्भ में अपने प्रयासों को तेज करने के लिए संयुक्त राष्ट्र एवं अफ्रीकी संघ जैसी संस्थाओं पर दबाव डालकर अहिंसा का संदेश आगे बढ़ाया जाए।