सूरत : हनीट्रैप में फंसे कारोबारी को जानें कैसे लगा 50 लाख का चूना

गिरोह ने 'बाजार में नई लड़की आई है' जैसा लुभावना मैसेज भेजकर कारोबारी को फांसा

सूरत : हनीट्रैप में फंसे कारोबारी को जानें कैसे लगा 50 लाख का चूना

50 लाख वसूलने के बाद भी 20 लाख की मांग करने पर आखिर पुलिस शिकायत दर्ज करायी 

सूरत में एक कपड़ा व्यापारी एक मैसेज के चलते हनीट्रैप में फंसने की एक घटना सामने आई है । जालसाजों ने सबसे पहले वाट्सएप पर 'बाजार में नई लड़की आ गई है' संदेश भेजकर उसे एक फ्लैट में बुलाया। जहां जालसाजों ने पुलिस का भेष बनाकर उसे हनीट्रैप में फंसाकर 50 लाख रुपए हड़प लिए। जिसके बाद 20 लाख रुपये और मांगने पर भंडा फुट गया । आखिरकार वेसू थाने में एक महिला समेत 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और इस गिरोह के दो आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है।

क्या है पूरा मामला

वेसू वीआईपी रोड पर रहने वाले 48 वर्षीय व्यवसायी शिवराज को नवंबर में व्हाट्सएप पर युवती की तस्वीर के साथ एक संदेश मिला। जिसमें लिखा था, ''बाजार में एक नई लड़की आई है'' और उसमें नानपुरा संतोक अपार्टमेंट का पता भी दिया हुआ था। उसे पढ़कर व्यापारी उस सुडौल कन्या के मोह में फँसकर दिए गए पते पर पहुँच गया। कारोबारी जब फ्लैट पर गया तो 5 मिनट के अंदर तीन लोगों ने खुद को पुलिस वाला बताया और धमकी दी कि 'यहाँ सेक्स रैकेट चल रहा है, तुम्हारे ऊपर केस करना पड़ेगा। बदनामी से बचने के लिए व्यापारी से 10 लाख रुपये तत्काल वसूले।  

छह महीने बाद और 40 लाख वसूले गए

इसके बाद गिरोह ने फिर से व्यापारी की बदनामी की और उसे धमकाना शुरू कर दिया। व्यवसायी को उसके खिलाफ केस करने की धमकी दी गई। 6 महीने बाद हनीट्रैप के गिरोह ने व्यवसायी को घर से उठा लिया। बाद में जब फर्जी पुलिस बने मकवाना ने कहा कि 'लड़की और उसके पिता मुकदमा दर्ज कराने आए हैं' तो व्यापारी घबरा गया और उसने सब कुछ निपटाने के लिए उससे और 50 लाख रुपये की मांग की। 40 लाख देने का फैसला किया, तभी व्यापारी ने कारोबार के 40 लाख रुपए घर से लाकर दिए थे।

और 20 लाख की मांग को लेकर तहरीर दी है

कपड़ा व्यवसायी द्वारा हनी ट्रैप मामले में शिकायत के नाम पर 40 लाख रुपये देने के दो दिन बाद 20 लाख रुपये की और मांग की गयी। दो दिन बाद फर्जी पुलिस बने मकवाना ने फिर व्यवसायी को फोन किया और कहा, ''मैं अठवा थाने से अभेसिंह परमार बोल रहा हुं'' उसने दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी दी और 20 लाख की और मांग की। तो कपड़ा व्यापारी को शक हुआ और गिरोह की प्रताड़ना से तंग आकर वेसू  थाने में अपराध दर्ज करा दिया।

व्यापारी अपने एक दोस्त से बात कही और गिरोह का भंडा फुट गया

इसी बीच व्यापारी ने पूरे गिरोह के बारे में अपने दोस्त को बता दिया। उस वक्त दोस्त ने अठवा थाने में तहकीकात की तो यह पाया गया कि अभय सिंह परमार नाम नाम से कोई पुलिसकर्मी थाने काम नहीं कर रहा था। तभी व्यवसायी को हनी ट्रैप में फंसने की पूरी योजना के बारे में एहसास हुआ।

पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया

सूरत वेसू थाने में अपराध दर्ज होने के बाद पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ जांच तेज कर दी है। इसी बीच पता चला कि हनी ट्रैप गैंग में एक महिला समेत कुल 6 सदस्य शामिल हैं। जिसमें से दो आरोपी निकुल परसोतम सोलंकी और पीयूष उमेश वोरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि हनीट्रैप का मास्टरमाइंड और फर्जी पुलिस बन गया शिवराज फरार है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से 10 लाख रुपये नकद और मोबाइल फोन जब्त कर आगे की कार्रवाई की है।

यह गिरोह पहले भी पकड़ा जा चुका है

शिवराज और निकुल ने कपड़ा व्यापारी को हनीट्रैप में फंसाने का प्लान बनाया। दोनो हनीट्रैप में पहले भी पकड़े जा चुके हैं। निकुल-शिवराज का यह गिरोह 2020 में पुना थाने में हनी ट्रैप के मामले में पकड़ा जा चुका है। इस गिरोह का मुख्य सूत्रधार शिवराज और महिला सहित 4 को वोन्टेड घोषित किया है। 

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