सूरत : नगर निगम को ठोस कचरे के लिए उंबेर का 3.40 लाख वर्ग मीटर जगह मिली
सरकार से एनओसी लेने की प्रक्रिया शुरू
15 साल तक यहां ठोस कचरे के निस्तारण की संभावना
सूरत नगर निगम में नये गांवों को शामिल करने के साथ नगर निगम को उंबेर के दो सरकारी नंबरों के 3.40 लाख वर्ग मीटर जगह पर ठोस निस्तारण के लिए एनओसी लेने के लिए सलाहकार की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन इलाकों में इस स्थल पर 15 साल तक वैज्ञानिक तरीके से कचरे के निस्तारण की संभावना नगर निगम अधिकारियों ने दिखाई है।
27 ग्राम पंचायतों और दो नगरपालिकाओं के 31 गाँवों को शामिल करने के साथ सूरत महानगर पालिका का विस्तार किया गया। ठोस कचरे के निस्तारण के लिए नए लैंडफिल साइट की जरूरत पड़ी है। चोर्यासी तालुका के उबेर गांव के ब्लॉक नंबर 199 के 40469 वर्ग मीटर जमीन प्राप्त की जाएगी। कुल 3.40 लाख वर्ग मीटर जमीन के लिए नगर निगम आयुक्त ने जिलाधिकारी से समन्वय किया था। चौर्यासी के मामलातदार द्वारा यह स्थान नगर निगम की टीम को सौंपा गया है।
इस भूमि पर नगर से उत्पन्न होने वाले ठोस अपशिष्ट की मात्रा को वैज्ञानिक तरीके से संसाधित एवं उपचारित करने के लिये ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2016 की गाइड लाइन के अनुरूप संचालन किया जायेगा। नगर पालिका ने सेल्फ फंडिंग और पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के अनुसार रोड पार्किंग, वर्कशॉप, स्टॉर्म ड्रेनेज सीवर लाइन सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग प्लांट, सेनेटरी लैंडफिल सेल कंपाउंड वॉल, वाटर लाइन, स्ट्रीट लाइट, ऑफिसर बिल्डिंग जैसे जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की योजना बनाई है। इस काम के लिए केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन 2015 के वित्त आयोग और विभिन्न योजनाओं को अनुदान भी मिलेगा।
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 अधिनियम के अनुसार उंबेर भूमि पर अपशिष्ट संयंत्र और लैंडफिल साइट शुरू करने से पहले सीआरजेड, पर्यावरण मंजूरी, जीपीसीबी, हवाई अड्डे, वन के सभी विभागों का अनुमोदन आवश्यक है। इन सभी स्वीकृतियों को लेने के लिए नगर पालिका ने एक पर्यावरण विशेषज्ञ सलाहकार नियुक्त करने का कार्य किया है।