ऑस्ट्रेलिया में भारतीय श्रमिकों का शोषण, कंपनी और निदेशक पर 60,480 डॉलर का जुर्माना

कोर्ट ने यह जुर्माना एक कर्मचारी को बैक-पे भुगतान का अधिकार न देने पर लगाया है

मेलबर्न, 23 मई (हि.स.)। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय श्रमिकों के शोषण को स्थानीय एक अदालत ने गंभीरता से लिया है। अदालत ने मेलबर्न स्थित एक कंपनी और उसके निदेशक पर कुल 60,480 डॉलर का जुर्माना लगाया है। इस कंपनी का नाम गॉथिक डाउन्स प्राइवेट लिमिटेड है। यह बेकर्स बुटिक और पैटिसरी आउटलेट संचालित करती है।

फेडरल सर्ट एंड फैमिली कोर्ट ने गॉथिक डाउन्स प्राइवेट लिमिटेड पर 50,400 डॉलर और एकमात्र निदेशक ग्यूसेप कॉनफोटरे पर 10,080 डॉलर का जुर्माना लगाया। कोर्ट ने यह जुर्माना एक कर्मचारी को बैक-पे भुगतान का अधिकार न देने पर लगाया है।

न्यायाधीश हीथर रिले ने टिप्पणी की है कि कंपनी और निदेशक ने भारतीय कर्मचारी के अस्थायी कार्यकुशल वीजा की कमजोरी का लाभ उठाया। उधर, 2019 में भी ऑस्ट्रेलियाई नियामक प्राधिकरण फेयर वर्क ओम्बड्समैन ने अनुपालन नोटिस का पालन करने में विफल इस कंपनी पर अर्थदंड लगाया था। इस मामले में एक और भारतीय श्रमिक पीड़ित है।

प्राधिकरण ने जांच रिपोर्ट में कहा है कि कंपनी ने नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए न्यूनतम मजदूरी दर, सुबह की शिफ्ट दर, सप्ताहांत और सार्वजनिक अवकाश और ओवरटाइम दर का भुगतान नहीं किया। न्यायाधीश रिले ने हैरानी जताई कि कंपनी को यह नहीं पता कि इन श्रमिकों का कितना बकाया है।

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