पश्चिम रेलवे द्वारा सूरत और उधना स्टेशनों पर किए गए  भीड़ प्रबंधन संबंधी विभिन्‍न उपाय  

यात्रियों की सुविधा के लिए बुकिंग काउंटरों की अतिरिक्त शिफ्टें संचालित की जा रही हैं

पश्चिम रेलवे द्वारा सूरत और उधना स्टेशनों पर किए गए  भीड़ प्रबंधन संबंधी विभिन्‍न उपाय  

यात्रियों की आवाजाही को सुव्‍यवस्थित करने के लिए अतिरिक्त आरपीएफ कर्मियों की तैनाती

पश्चिम रेलवे द्वारा गर्मी की छुट्टियों में सूरत और उधना रेलवे स्टेशनों पर भीड़ के मद्देनज़र यात्रियों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने तथा प्लेटफॉर्मों एवं एफओबी सहित रेल परिसरों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई एहतियाती कदम उठाए गए हैं और स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के उचित क्रियान्‍वयन हेतु समुचित व्यवस्था की गई है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार ग्रीष्‍मावकाश के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त संख्‍या के मद्देनज़र बुकिंग काउंटरों की अतिरिक्त शिफ्टें संचालित की जा रही है। साथ ही सूरत में अतिरिक्त बुकिंग काउंटर खोले गए हैं। सूरत स्टेशन पर कुल 31 से 34 शिफ्टें चलाई जा रही हैं। यूटीएस काउंटरों के अलावा फैसिलिटेटर के साथ स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम) भी स्टेशन पर उपलब्ध हैं। अनारक्षित टिकट जारी करने के लिए पांच जेटीबीएस/वाईटीएसके काउंटर भी संचालित किए जा रहे हैं। अनारक्षित टिकट जारी करने के लिए यूटीएस मोबाइल एप सुविधा के बारे में भी जागरुकता फैलाई जा रही है।

इसके अतिरिक्‍त भीड़ प्रबंधन और निगरानी के लिए स्टेशनों पर आरपीएफ/जीआरपी कर्मियों की अधिकतम तैनाती सुनिश्चित की गई है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सूरत और उधना स्टेशनों पर, विशेष रूप से प्रवेश/निकास स्‍थानों और एफओबी पर अतिरिक्त आरपीएफ कर्मियों को तैनात किया गया है। उत्तर भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों में भीड़ के मद्देनज़र विशेषकर इन ट्रेनों के सामान्य डिब्बों में भीड़ पर नजर रखने के लिए आरपीएफ/जीआरपी द्वारा विशेष प्रबंध किए गए हैं। सूरत से चलने वाली ट्रेनों में यात्रियों की उचित कतारें बनाई जा रही हैं और आरपीएफ/जीआरपी कर्मियों द्वारा तदनुसार सामान्य कोचों में उनकी सीटों तक पहुँचानों सुनिश्चित सुनिश्चित किया जाता है। इसके अलावा, सीसीटीवी के माध्यम से स्‍टेशनों पर विशेष निगरानी की जा रही है जिससे अधिक भीड़-भाड़ वाले स्‍थानों की पहचान करने में मदद मिलती है। ट्रेनों के चलने, उनके आगमन/प्रस्थान की स्थिति और अनारक्षित कोचों की कोच स्थिति के बारे में रेलवे स्टेशनों पर नियमित घोषणाएं की जा रही हैं। इसके अलावा, सूरत और उधना स्टेशनों पर स्थिति की निगरानी और भीड़ प्रबंधन के लिए रेलवे अधिकारियों की तैनाती की गई है।

ठाकुर ने आगे बताया कि ग्रीष्मावकाश के दौरान यात्रा की मांग को पूरा करने के लिए पश्चिम रेलवे विभिन्न गंतव्यों के लिए 33 जोड़ी ग्रीष्‍मकालीन स्पेशल ट्रेनों के लगभग 1500 फेरे चला रही हैं। इनमें से, मुख्य रूप से, 09 जोड़ी ट्रेनें उत्तर प्रदेश और बिहार राज्यों के लिए, जबकि 05 जोड़ी ट्रेनें दिल्ली और उससे आगे के लिए हैं। गुजरात के लिए 08 जोड़ी ट्रेनें, राजस्थान के लिए, 05 जोड़ी ट्रेनें, उत्तर-पूर्व राज्‍यों और पश्चिम बंगाल के लिए एक-एक ट्रेन, जबकि दक्षिण भारत के लिए 03 जोड़ी ट्रेनें चलाई जा रही हैं। सूरत/उधना से यात्रियों की सुविधा के लिए 05 जोड़ी ओरिजिनेटिंग विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इसी तरह, गुजरात के अन्य स्टेशनों जैसे अहमदाबाद, गांधीधाम, वलसाड, ओखा आदि से 22 जोड़ी ओरिजिनेटिंग ट्रेनें चलाई जा रही हैं।

ठाकुर ने बताया कि अतिरिक्त विशेष ट्रेनों के संचालन की निगरानी मंडल और मुख्यालय स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जा रही है। इसी तरह, ट्रेनों की प्रतीक्षा सूची की प्रतिदिन वास्तविक समय के आधार पर निगरानी की जाती है और अतिरिक्त संख्‍या को समायोजित करने के लिए समय-समय पर मौजूदा ट्रेनों में अतिरिक्त कोच भी जोड़े जाते हैं। इसी तरह स्पेशल ट्रेनों की भी योजना तदनुसार बनाई जाएगी।

पश्चिम रेलवे ने अपने सभी सम्‍माननीय यात्रियों से अपील की है कि स्टेशनों पर भीड़भाड़ से बचने हेतु ट्रेन के समय के अनुसार केवल वास्तविक यात्री ही स्टेशन परिसर में प्रवेश करें।