सूरत : परिश्रम की पराकाष्ठा द्वारा 'आत्मनिर्भर तथा विकसित गुजरात से विकसित भारत' की संकल्पना साकार करेंगे : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

मुख्यमंत्री ने नवसारी ज़िले के कस्बापार स्थित पूर्णा नदी पर 110 करोड़ रुपए की लागत से बने ‘पूर्णा टाइडल रेगुलेटर डैम प्रोजेक्ट’ का शिलान्यास किया

सूरत : परिश्रम की पराकाष्ठा द्वारा 'आत्मनिर्भर तथा विकसित गुजरात से विकसित भारत' की संकल्पना साकार करेंगे : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने पंच शक्ति के आधार पर गुजरात के विकास की नींव रखी, जिसके मीठे फल राज्य को मिल रहे हैं

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने दक्षिण गुजरात के नवसारी ज़िले के कस्बापार में 110 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित ‘पूर्णा टाइडल रेगुलेटर डैम प्रोजेक्ट’का मंगलवार को शिलान्यास करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के विकास की इमारत पंचशक्ति के आधार पर रखी है, जिसके मीठे फल राज्य की जनता को मिल रहे हैं। पंचशक्ति अर्थात् 'जल शक्ति, ऊर्जा शक्ति, ज्ञान शक्ति, रक्षा शक्ति तथा जन शक्ति' के ज़रिये ही गुजरात विकास की राह में अग्रसर रहा है। ऐसे में राज्य सरकार ने जल शक्ति का महिमागान करते हुए इसे जनशक्ति से जोड़ा है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में पीने के, घर में उपयोग करने के तथा सिंचाई के पानी की समस्या न हो; इसके लिए उदाहरणीय जल व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्णा नदी का जल नवसारी ज़िले के विकास का अमृत बनेगा।

अंबिका नदी पर डुबाऊ पुल के स्थान पर 39 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित हाईलेवल ब्रिज का लोकार्पण

मुख्यमंत्री ने 'पूर्णा टाइडल रेगुलेटर योजना' की ई-तकती का अनावरण किया तथा प्रोजेक्ट स्थल पर भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री के करकमलों से चीखली में 38 करोड़ रुपएकी लागत से बनने वाली 100 बेड के सबडिस्ट्रिक्टहॉस्पिटल तथा जलालपोर तहसील के अब्रामा में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ गुजरात द्वारा 90 करोड़ की लागत से बनने वाले स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास किया। साथ ही गणदेवी-अमलसाड मार्ग पर धमडाछा के पास अंबिका नदी पर डुबाऊ पुल के स्थान पर राज्य सड़क एवं भवन विभाग द्वारा 39 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित हाईलेवलब्रिज कालोकार्पण किया गया।

नवसारी शहर और आसपास के 21 गाँवों के लोगों को पीने का पानी तथा 4200 एकड़ भूमि को सिंचाई का पानी उपलब्ध होगा

मुख्यमंत्री ने कस्बापार क्रिकेट ग्राउंड में नर्मदा, जल संसाधन, जलापूर्ति एवं कल्पसार विभाग द्वारा आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में श्रेणीबद्ध चेकडैम, बोरीबांध, सुजलाम-सुफलाम तथा अन्य बहुद्देश्यीय योजनाओं, नहर और पाइपलाइन नेटवर्क, सौनी योजना, टाइडल प्रोजेक्ट्स जैसे जलसंचय, जल सिंचाई के आयामों से राज्य में भूजल स्तर ऊँचा उठा है। मुख्यमंत्री ने पूर्णा रेगुलेटर प्रोजेक्ट से नवसारी शहर तथा आसपास के 21 गाँवों के लोगों को होने वाले आर्थिक लाभ पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट से 18 किलोमीटर लंबा एक विशाल जलाशय बनेगा, जिसमें 255 लाख घन फ़ीट मीठे पानी का संग्रह होगा। इतना ही नहीं, आसपास के 21 गाँवों की 4200 एकड़ भूमि को सिंचाई का लाभ होगा। समुद्र का ज्वारीय जल नदी में प्रवेश करना बंद कर देगा। इससे सतही एवं भूमिगत जल की लवणता तथा कृषि योग्य उपजाऊ भूमि को होने वाले नुक़सान को रोका जा सकेगा और यहाँ मीठे पानी का विशाल सरोवर बनने से आसपास की भूमि का भूमिगत जल स्तर ऊपर उठेगा। 

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मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने दक्षिण गुजरात के नवसारी ज़िले के कस्बापार में 110 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित ‘पूर्णा टाइडल रेगुलेटर डैम प्रोजेक्ट’का मंगलवार को शिलान्यास किया

पूर्णा रेगुलेटर प्रोजेक्ट से 18 किलोमीटर लंबा विशाल जलाशय बनेगा

मुख्यमंत्री ने पानी को विकास का मुख्य आधार बताते हुए कहा कि जलाशयों सहित भूमिगत जल स्तर को ऊपर लाना सरकार का लक्ष्य है, ताकि राज्य में पेयजल या सिंचाई के पानी की समस्या न हो। बिलिमोरा के पास कावेरी नदी पर एक साल पूर्व शुरू किया गया 'वाघरेच टाइडल रेगुलेटर प्रोजेक्ट' समयबद्ध कार्य के कारण पूर्णता की ओर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रधानमंत्री की विशिष्ट कार्यप्रणाली ‘जिन विकास कार्यों का शिलान्यास करें, उनका समयबद्ध लोकार्पण हो’ से प्रेरणा लेते हैं। उन्होंने गौरवपूर्वक कहा कि वाघरेच टाइडेल प्रोजेक्ट इसका प्रमाण है।

सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है

मुख्यमंत्री ने गर्व से कहा कि हमारी सरकार के लिए 'कॉमनमेन' केंद्र में है। पूर्व में भी राज्य सरकार योजनाओं के माध्यम से अंतिम छोर पर रहने वाले लोगों को विकास की मुख्य धारा में शामिल करने के लिए लगातार सजग रही है। सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जाति-धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि नागरिक धर्म के आधार पर हमेशा सुशासन देने का प्रयास किया है।

जनप्रतिनिधि सी.आर. पाटिल कर्मशीलता का उत्तम उदाहरण हैं

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के प्रत्येक ज़िले में 75 अमृत सरोवरों के निर्माण करने का रचनात्मक सुझाव दिया था,जिसका अनुसरण करते हुए भावी पीढ़ी को जल की समृद्ध विरासत देने के लक्ष्य के साथ प्रत्येक ज़िलें में 75 अमृत सरोवरों का निर्माण तेज़ी से हो रहा है।मुख्यमंत्री ने सांसद सी. आर. पाटिल की सेवा भावना की सराहना करते हुए कहा कि प्रजा की समस्याओं के प्रति जागृत तथा जनता की सुख-सुविधाओं को बढ़ाने के लिए निरंतर सक्रिय जनप्रतिनिधि सी.आर. पाटिल कर्मशीलता का उत्तम उदाहरण हैं।