बॉलीवुड : सेल्स टैक्स मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट से नहीं मिली अनुष्का को राहत
साल 2012-13 से 2013-14 के बीच सेल्स टैक्स नोटिस मामलों में अनुष्का का नाम लगातार सुर्खियों में रहा
हिंदी सिनेमा की महिला सुपरस्टार अनुष्का शर्मा अपने शानदार अभिनय के लिए जानी जाती हैं। शाहरुख खान के साथ 'रब ने बना दी जोड़ी' से बॉलीवुड में एंट्री करने वाली अनुष्का पिछले कुछ दिनों से एक अलग मामले को लेकर चर्चा में हैं। साल 2012-13 से 2013-14 के बीच सेल्स टैक्स नोटिस मामलों में अनुष्का का नाम लगातार सुर्खियों में रहा है। कुछ समय पहले अनुष्का ने इस संबंध में बॉम्बे हाईकोर्ट में एमवीएटी एक्ट के तहत बिक्री कर नोटिस के खिलाफ चार याचिकाएं दायर कीं, लेकिन अनुष्का को इस मामले में कोई राहत नहीं मिली।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने नहीं दी राहत
आपको बता दें कि बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस मामले में अनुष्का शर्मा को राहत देने से इनकार कर दिया। अदालत ने मूल्यांकन वर्ष 2012-16 के लिए महाराष्ट्र मूल्य वर्धित कर अधिनियम के तहत राज्य बिक्री कर विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश को रद्द कर दिया। जस्टिस नितिन जामदार और अभय आहूजा की बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा कि एक्ट्रेस महाराष्ट्र वैल्यू एडेड टैक्स एक्ट के तहत फैसले के खिलाफ अपील दायर कर सकती हैं।
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनुष्का शर्मा ने महाराष्ट्र वैल्यू एडेड टैक्स एक्ट 2012-13 और 2013-14 के तहत मझगांव सेल्स टैक्स डिप्टी के आदेशों को चुनौती देते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की है। अभिनेत्री ने बिक्री कर विभाग द्वारा आकलन वर्ष 2012-13, 2013-14, 2014-15 और 2015-16 के लिए जारी किए गए चार कर आदेशों को चुनौती देते हुए चार याचिकाएं दायर की हैं। 2012-13 के लिए, महाराष्ट्र सरकार ने अनुष्का शर्मा की 12.3 करोड़ रुपये की कमाई पर 1.2 करोड़ रुपये (ब्याज सहित) का बिक्री कर लगाया। 2013-14 के दौरान उन्हें मिले 17 करोड़ रुपये पर 1.6 करोड़ रुपये टैक्स लगा।
क्या कहती हैं अनुष्का?
अनुष्का शर्मा की दलीलों के अनुसार, उन्होंने यशराज फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड, कार्यक्रम के एजेंट और निर्माता/आयोजकों के साथ एक त्रिपक्षीय व्यवस्था के हिस्से के रूप में कुछ समय के लिए कुछ फिल्मों और पुरस्कार समारोहों में प्रदर्शन किया था, लेकिन मूल्यांकन अधिकारी ने बिक्री कर लगाया व्यावसायिक विज्ञापनों और अवार्ड शो में एंकरिंग के आधार पर मूल्यांकन किया गया न कि उनकी फिल्मों पर।